अरुणाचल प्रदेश में सीमा(LAC) पर भारत और चीनी सेना के बीच हुई झड़प के बाद से सियासत तेज हो गई है। विपक्षी पार्टियां संसद से लेकर सड़क तक सरकार को घेरने में लग गई है। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में ‘डोकलाम की पुनरावृत्ति’ की चेतावनी देते हुए भाजपा सांसद तापिर गाओ के भाषण का एक पुराना वीडियो साझा किया है। भाजपा सांसद ने यह भाषण 2019 में लोकसभा में दिया था। दरअसल, कांग्रेस ने जो वीडियो साझा किया है उसमें अरुणाचल से सांसद तापिर गाओ सरकार को चीन की घुसपैठ के बारे में चेतावनी देते हुए नजर आ रहे हैं।
जानें 2019 में भाजपा सांसद तापिर गाओ ने क्या कहा था?
तापिर गाओ ने साल 2019 में लोकसभा में दिए भाषण में कहा था कि अगर कहीं दूसरा डोकलाम होगा तो अरुणाचल प्रदेश में होगा। चीन ने भारतीय सीमा में 50 से 60 किलोमीटर तक कब्जा कर रखा है। चीन अरुणाचल प्रदेश में कब्जा करता है, मीडिया में कोई खबर नहीं आती है।
भाजपा सांसद ने चीन पर और भी गंभीर आरोप लगाए थे
भाषण की एक मिनट से अधिक लंबी क्लिप में, लोकसभा सदस्य को सरकार से अरुणाचल प्रदेश में डोकलाम जैसी स्थिति की अनुमति देने का अनुरोध करते हुए सुना जा सकता है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि चीन ने राज्य की 50 किमी से अधिक भूमि पर कब्जा कर लिया है। शून्यकाल के दौरान संसद में इस मुद्दे को उठाते हुए, गाओ ने इस बात पर प्रकाश डाला था कि कैसे चीन राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, रक्षा मंत्री या केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा पूर्वी राज्य की आधिकारिक यात्राओं पर आपत्ति जताता है। उन्होंने कहा कि जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 नवंबर, 2019 को तवांग का दौरा किया तो चीन ने एक आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मैं सदन और मीडिया से इसके खिलाफ आवाज उठाने का अनुरोध करता हूं। भाजपा सांसद ने दावा किया था कि अगर डोकलाम की पुनरावृत्ति होती है, तो यह अरुणाचल प्रदेश में होगी क्योंकि चीन ने राज्य के 50-60 किमी हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
नौ दिसंबर को हुई थी भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प
अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र के यांग्त्से में एलएसी पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों का जमावड़ा 9 दिसंबर को देखा गया था। भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सेना को वहां से हटने के लिए कहा और दृढ़ता से उन्हें आगे बढ़ने से रोका। इसके बाद हुई झड़प में दोनों पक्षों के सैनिकों को चोटें आईं। झड़प के तत्काल बाद दोनों पक्ष अपने इलाकों में लौट गए। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों की तरफ से अचानक हुए इस हमले का मुहंतोड़ जवाब दिया गया। जहां भारत की तरफ से 20 सैनिक जख्मी हुए, वहीं चीन के घायल सैनिकों का आंकड़ा लगभग दोगुने से भी ज्यादा बताया जा रहा है।