गुरुवार सुबह दिल्ली समेत एनसीआर के कई इलाकों में कोहरे की घनी चादर देखने को मिली। दिल्ली में एक बार फिर कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड देखी जा रही है, कुछ दिनों की राहत के बाद अब दिल्ली में भीषण सर्दी की एंट्री हो गई है। सुबह के समय दिल्ली की बहुत-सी जगहों में विजेबिलेटी कम दर्ज की गई। कोहरा इतना घना कि 10 से 15 मीटर दूर तक भी कुछ देखना मुश्किल हो गया।
कोहरे के साथ-साथ दिल्ली में शीत लहर की भी वापसी हुई है, गुरुवार सुबह दिल्ली का तापमान 5.4 दर्ज किया गया, मौसम विभाग ने कहा है कि आज राजधानी का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 से 3 दिन तक सर्दी का ये सितम बना रहेगा। मैदानी इलाकों में शीत लहर के चलते रहने की संभावना है जिससे तापमान नीचे ही बना रहेगा।
शीत लहर की स्थिति वापस आ गई है। बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार जब ठंडी हवाएं चलने के बाद तापमान 4 डिग्री तक पहुंच जाता है तो IMD शीत लहर की घोषणा कर देता है।
ट्रेनों में देरी
दृश्यता की कमी और अन्य परिचालन कारणों से 28 जनवरी को 17 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। इसके अलावा दिल्ली में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज के लिए न्यूनतम तापमान 4 ° C और अधिकतम तापमान 21 ° C होने की भविष्यवाणी की है।
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड
मौसम विभाग का कहना कि सप्ताह के आखिर तक उत्तर पश्चिमी भारत के कई इलाकों न्यूनतम तापमान दर्ज करेंगे। इसके साथ-साथ शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति भी देखने को मिल सकती है।
उत्तर पश्चिम भारत के कई शहरों और शहरों में बुधवार को न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। चूरू में 2.1 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 4.9 डिग्री नीचे दर्ज किया गया।
उदयपुर में 2.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जो सामान्य से 5.4 डिग्री कम था, कोटा में 6.5 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 6.5 डिग्री नीचे; बुधवार को गुना में 4.5 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 5.5 डिग्री नीचे, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3.4 डिग्री कम था और अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री दर्ज किया गया जो बुधवार को सामान्य से 1 डिग्री कम दर्ज किया गया।
कोहरे का कहर
ठंड के साथ-साथ कोहरे का कहर भी उत्तरी भारत के कई इलाकों में देखने को मिल रहा है सुबह 5.30 बजे अंबाला, लखनऊ, वाराणसी में दृश्यता 25 मीटर से कम थी; बहराइच, सुल्तानपुर, पटना, गया, भागलपुर, पूर्णिया प्रत्येक में 50 मीटर से कम दृश्यता देखी गई; पटियाला, बरेली, गोरखपुर, कैलाशहर, अगरतला में 200 मीटर की दूरी से कुछ भी देख पाना मुश्किल हो रहा था और दिल्ली के पालम और सफदरजंग में 500 मीटर तक दृश्यता थी।
एक फरवरी से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित होने की संभावना है। 1 से 3 फरवरी के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में मध्यम गरज और बिजली के साथ छिटपुट बारिश या बर्फबारी की संभावना है। पहाड़ों पर मौसम में आए इस बदलाव से मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलेगा।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कंपकंपाती ये सर्दी अगले एक हफ्ते तक इसी तरह सताएगी। अगले 24 घंटों में उत्तर भारत के कई इलाकों में शीत लहर चलने का अनुमान है।