उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में रिक्त सभी सरकारी पदों पर आठ महीने में भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। आज की तिथि में खाली पदों को चिह्नित किया जा रहा है। इनका विज्ञापन भी जल्द जारी करने की कोशिश होगी। कुछ लोग चाहते हैं कि पुराना जमाना लौट आए जिसमें योग्यता को नकार कर घर बैठे नौकरी हासिल कर लें, लेकिन वह जमाना लद गया जब दुकानों पर नौकरियां दी जाती थीं।
एलजी ने भरोसा दिलाया कि भर्ती प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ पूरी होगी और केवल योग्यता ही आधार होगा। वे वीरवार को नशामुक्त जम्मू-कश्मीर अभियान के शुभारंभ पर कन्वेंशन सेंटर में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार सभी विभागों में रिक्त पदों को चिह्नित कर रही है।
इनका विज्ञापन कर कोशिश की जाएगी कि आठ महीनों में प्रक्रिया को पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के लिए कुछ निहित स्वार्थी तत्वों ने षड्यंत्र किया। उन्होंने इस काम में पैसे का उपयोग किया। जो इस पूरे प्रकरण के पीछे रहे उन्होंने अनावश्यक रूप से युवाओं को गुमराह किया।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि दुनिया की कोई ताकत जम्मू-कश्मीर में बेईमानी नहीं करा सकती है। योग्यता पर ही नौकरी मिलेगी। उन्होंने कहा कि घर बैठे बिना पढ़े नौकरी पाना पाने की चाहत रखने वालों के मंसूबों पर पानी फिर गया है।
उन्होंने अपील की कि युवाओं को न केवल नशे के खिलाफ आवाज बुलंद करनी है, बल्कि ऐसे स्वार्थी तत्वों के खिलाफ भी उठ खड़ा होना है।
जम्मू-कश्मीर में अब तक जितनी भी भर्तियां हुईं वे पूरे पारदर्शी तरीके और योग्यता के आधार पर हुईं। नियुक्ति का और कोई आधार नहीं रहा, लेकिन पिछले दिनों गड़बड़ी के चलते तीन परीक्षाओं-एसआई, वित्त लेखा सहायक व जेई को रद्द करना पड़ा। शिकायतें मिलने के बाद उच्च स्तरीय समिति गठित कर जांच कराई गई, जिसमें सुबूत मिले।
इस आधार पर भर्ती परीक्षा को रद्द कर सीबीआई जांच के आदेश दिए गए। गड़बड़ी करने वाले सलाखों के पीछे जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिन्होंने इसकी हिमाकत की और युवाओं का भविष्य बर्बाद किया, गुमराह किया उन्हें कानून के दायरे में सजा मिलेगी। दोषियों को सजा दिलाने के साथ ही अक्तूबर में परीक्षा कराने की तैयारी की जा रही है।