नगर क्षेत्र में इस समय तीन सरकारी और करीब 30 निजी एंबुलेंस संचालित हो रही हैं। अक्सर देखने में आ रहा था कि कुछ एंबुलेंस चालक मरीजों से मनमाना किराया वसूल रहे थे। कई बार थोड़ी दूरी में भी एंबुलेंस चालकों की ओर से पांच हजार रुपये तक का किराया वसूले जाने की शिकायत अधिकारियों पर पहुंच रही थी। ऐसे में एआरटीओ प्रवर्तन कुलवंत सिंह चौहान ने शुक्रवार को सभी एंबुलेंस पर रेट लिस्ट चस्पा करवाई।
तय किराये के अनुसार अब 15 किलोमीटर तक के दायरे में बिना एसी वाली एंबुलेंस का 800 रुपये, एसी वाली एंबुलेंस का 1200 रुपये और आईसीयू कॉर्डियाल एंबुलेंस में बिना नर्सिंग स्टाफ के साथ 3000 रुपये किराया निर्धारित किया गया है। यदि मरीज के परिजन नर्सिंग स्टाफ के साथ एंबुलेंस ले जा रहे हैं तो यह किराया चार हजार रुपये हो जाएगा। इसी आईसीयू कॉर्डियाल एंबुलेंस में डॉक्टर के साथ 15 किलोमीटर का किराया छह हजार रुपये होगा। वहीं यदि मरीज 15 किलोमीटर से अधिक दूर जाता है तो नॉन एसी एंबुलेंस में प्रति किलोमीटर पर 18 रुपये तय किया गया है।
एसी वाली एंबुलेंस में प्रति किलोमीटर रेट बढ़कर 20 रुपये हो जाएगा। वहीं आईसीयू कॉर्डियाल एंबुलेंस में प्रति किलोमीटर का किराया 45 रुपये तय किया गया है। एआरटीओ प्रवर्तन कुलवंत सिंह चौहान ने बताया कि कई बार एंबुलेंस चालक मरीज को तुरंत छोड़कर निकल जाते हैं और उन्हें कुछ देर रोकने पर वह ज्यादा चार्ज करते हैं। रेट लिस्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि मरीज को छोड़ने के एक घंटे बाद तक कोई प्रतीक्षा भाड़ा नहीं लिया जाएगा। एक घंटे बाद नॉन एसी एंबुलेंस में प्रति घंटा प्रतीक्षा भाड़ा 200 रुपये और एसी युक्त एंबुलेंस में 250 रुपये है।
एंबुलेंस चालकों ने रेट लिस्ट को बताया गलत
चेकिंग में 62 वाहनों के काटे चालान
शुक्रवार को एआरटीओ कुलवंत सिंह चौहान ने क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाकर 62 वाहनों के चालान किए और चार वाहनों को सीज किया। इनमें से 50 वाहनों के चालान तेज गति पर वाहन चलाने पर किए गए। साथ ही चालकों के लाइसेंस निरस्त करने की भी संस्तुति की गई है। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में दो जुगाड़ वाहनों को सीज किया गया है। आगे भी विभाग की कार्रवाई जारी रहेगी।