N/A
Total Visitor
38 C
Delhi
Tuesday, July 8, 2025

युवती समेत 13 आरोपी गिरफ्तार,एक्स लाइट एप का इस्तेमाल का जर्मनी के 500 लोगों के साथ ठगी

अभी तक भारत में कॉल सेंटर में बैठकर अमेरिका के लोगों को ठगने के मामले सामने आ रहे थे, मगर अब पहली बार जर्मनी के लोगों को ठगने का मामला सामने आया है। ओखला में कॉल सेंटर चलाकर जर्मनी के लोगों के साथ ठगी की जा रही थी।

एक्स लाइट एप का इस्तेमाल कर आरोपी अब तक जर्मनी के 500 लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं। दक्षिण-पूर्व जिले की साइबर थाना पुलिस ने इस अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का पर्दाफाश कर एक युवती समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 20 मोबाइल, 11 कंप्यूटर मॉनिटर, 11 सीपीयू, 11 की-बोर्ड, 10 हैडफोन, एक वाई-फाई राउटर, एक महिंद्रा थार जीप और आई-20 कार बरामद की गई है। ये जर्मनी के पुलिस अफसर व सरकारी अधिकारी बनाकर ठगी करते थे।

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार इंस्पेक्टर मनोज मास्कर को एक अगस्त को गुप्त सूचना मिली थी कि ओखला में अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर चलाकर ठगी की जा रही है। सूचना के बाद इंस्पेक्टर कुलदीप शेखावत की देखरेख में इंस्पेक्टर मनोज भास्कर व एसआई मोहित की टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने ओखला औद्योगिक एरिया -एक में एफ-36, एफ-36 में दबिश दी और जर्मनी के लोगों को ठग रहे 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपियों की पहचान महिपालपुर निवासी यश महंत (26), अनिस (25), राहुल कुमार (20), अभिषेक सूद (23), चाणक्णपुरी निवासी विवियन माइकल (20), तुषार लाल (23), विशाल (24), ऋशभ कुमार (24), सफदरजंग एंक्लेव निवासी देवेश (23), पालम गांव निवासी अंकित झा (22), वसंत विहार निवासी आकाश (19), महिपालपुर निवासी दीपा (20) और सेक्टर-15 ए, फरीदाबाद, हरियाणा निवासी विकास अरोड़ा के रूप में हुई।

 

पुलिस इस मामले में रॉबिन की तलाश कर रही है। रॉबिन उन्हीं पीड़ितों के नंबर देता था। किसी भी आरोपी के खिलाफ पहले से कोई अपराधिक मामला दर्ज नहीं है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस कॉल सेंटर को करीब आठ महीने पहले खोला गया था। ये हर रोज तीन से चार लोगों के साथ ठगी करते थे। इस तरह ये अभी तक जर्मनी के करीब 500 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं।

पुलिस व सरकारी अधिकारी बनकर करते थे ठगी

आरोपी जर्मनी के लोगों को वीओआईपी कॉल कर ठगी करते थे। ये वीओआईपी कॉल करने के लिए एक्स लाइट एप का इस्तेमाल करते थे। आरोपी जर्मनी के लोगों को वॉइस मैसेज भेजते थे। वह मैसेज भेजकर जर्मनी के लोगों को कहते थे कि उनका राष्ट्रीय पहचान नंबर आपराधिक गातिविधियों में शामिल पाया गया है। अगर उन्हें आपराधिक गातिविधियों से नंबर हटवाना है तो उन्हें 500 से 1000 यूरो के ऑनलाइन गिफ्ट कार्ड्स खरीदने होंगे। इसके बाद पीड़ित उन्हें फोन करते थे और आपराधिक गातिविधियों से नाम हटवाने के लिए तैयार हो जाते थे। पीड़ित 500 से 1000 यूरो के गिफ्ट वाउचर खरीद लेते थे। ये गिफ्ट वाउचर को कैश करा लेते थे।

newsaddaindia6
newsaddaindia6
Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

Advertisement

spot_img

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

2,300FansLike
9,694FollowersFollow
19,500SubscribersSubscribe

Advertisement Section

- Advertisement -spot_imgspot_imgspot_img

Latest Articles

Translate »