गोरखपुर शहर की सड़कों पर बेरोक-टोक अवैध खनन के डंपर दौड़ रहे हैं। अवैध खनन में ट्रैक्टर-ट्रालियां भी लगी हैं। ये वाहन अवैध खनन तो कर ही रहे हैं, तेज गति से चलाने की वजह से लोगों के लिए जानलेवा भी साबित हो रहे हैं। हद तो यह है कि कई हादसों के बावजूद खनन अधिकारी और पुलिस अफसर इसपर चुप्पी साधे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, पैडलेगंज, रुस्तमपुर, ट्रांसपोर्टनगर, गीडा सेक्टर पांच के पास धड़ल्ले से अवैध खनन की गाड़ियां चल रही हैं। रात के अंधेरे में यह अवैध धंधा परवान पर होता है। रात में अवैध खनन वाले वाहन इतने तेज चलते हैं, कि अगल-बगल और पीछे चलने वाले वाहन चालकों की रूह कांप जाती है।
कैंपियरगंज इलाके में भी खनन की शिकायतें मिलती रहती हैं। इसे लेकर क्षेत्रीय विधायक फतेह बहादुर सिंह ने भी आपत्ति दर्ज कराई थी। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। हफ्ते भर पहले खोराबार इलाके में खनन की गाड़ी से एक किशोर की कुचलकर मौत हो गई थी और आक्रोशित ग्रामीणों ने नदी किनारे झोपड़ी में आग लगा दी थी। हालांकि, बाद में ठेकेदार ने वैध होना बताते हुए ग्रामीणों पर केस दर्ज कराया था।
अब कैंट इलाके के मोहद्दीपुर में तीन लोगों की जान भी डंपर की चपेट में आने से गई है। यह डंपर बेलघाट से कूड़ाघाट तक आया था। मिट्टी उतारकर जाते समय हादसा हो गया।