मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय के आयुर्वेद कॉलेज के बीएएमएस प्रथम वर्ष के पहले बैच के छात्रों के दीक्षा पाठ्यचर्या समारोह में बोल रहे थे। वह लखनऊ से ऑनलाइन जुड़े थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में मेडिकल टूरिज्म की शुरुआत आयुर्वेद ने ही की है। देश के कई राज्यों ने आयुर्वेद के महत्व को पहचाना। वहां पर आयुर्वेद का विकास हुआ है। जटिल रोगों के निदान का सहज रास्ता आयुर्वेद से जाता है। यह आधुनिक चिकित्सा पद्धति को टक्कर दे रही है।
दूर हुई हीनभावना
सीएम ने बताया कि कोरोना काल से पूर्व विश्व में लोगों के जेहन में आयुर्वेद के प्रति हीन भावना थी। इस वजह से इस पद्धति का विकास सही तरीके से नहीं हो सका। इसके क्षेत्र में रिसर्च का भी अभाव था। अब सूरत तेजी से बदल रही है। पंचकर्म एवं अन्य आयुर्वेदिक पद्धतियां पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुई हैं। यह पद्धति इलाज के साथ रोजगार सृजन कर रही है। देश में विदेशी मुद्रा ला रही है। यह इलाज की पद्धति निर्यात में भी योगदान दे रही है।