कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी से स्थानीय लोगों को कई दिक्कतें हो रही हैं। दोनों राज्यों के कई जिलों में तेज हवा चलने और बर्फ गिरने से बिजली तक ठप हो गई है। इस माहौल में जम्मू-कश्मीर के आतंक प्रभावित जिले में एक अच्छी खबर सामने आई है।
यहां एक गर्भवती महिला की डिलीवरी होनी थी और बर्फ की वजह से सभी रास्ते बंद थे।आसपास कोई डॉक्टर या हॉस्पिटल का इंतजाम भी नहीं था।
ऐसे में सेना के जवान मददगार बनकर पहुंचे। उन्होंने महिला को खाट पर लिटाया और घुटनों तक बर्फ में दो किलोमीटर पैदल चलकर उसे मेन रोड तक ले गए। यहां से महिला को अस्पताल पहुंचाया गया। वहां उसने बेटे को जन्म दिया। यह घटना पांच जनवरी की है।
दस इंच बर्फबारी के बाद कश्मीर घाटी में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। 3 जनवरी से श्रीनगर से जाने वाली सभी फ्लाइट रद्द हैं। 300 किमी लंबे जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक बंद है। जाम में 6000 लोडेड ट्रक और यात्री वाहन फंसे हुए हैं। हजारों पर्यटक पहलगाम, गुलमर्ग, श्रीनगर में फंसे हुए हैं। बर्फबारी के बाद उत्तरी-दक्षिणी जिलों में पावर लाइन के ब्रेकडाउन से बिजली सप्लाई ठप हो गई है।