मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को स्मार्ट सिटी पार्क में स्वर कोकिला लता मंगेशकर की स्मृति में वृट का पौधा लगाया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय लता मंगेशकर के चित्र पर माल्यापर्ण और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही चौहान ने घोषणा कि इंदौर में लता मंगेशकर के नाम से संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय, संगीत संग्रालय की स्थापना की जाएगी। साथ ही उनकी इंदौर में प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। जो सभी को प्रेरणा देगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लता दीदी के जाने से हर घर को लग रहा है कि उनका कोई अपना चला गया। उनकी क्षति की पूर्ति नहीं हो सकती है। लता जी के बिना न संगीत जाना जाएगा और ना ही यह देश जाा जाएगा। लेकिन यह सच है कि वह हमारे बीच अपने गीत और संगीत के माध्यम से बनी रहेगी।
इस मौके पर भोपाल से संगीत एवं गायन के क्षेत्र से जुड़े पंडित सज्जन लाल ब्रह्मभट्ट, उमकांत गुंदेचा, कीर्ति सूद, आकृति मेहरा, धानी गुंदेचा, दिलीप महाशब्दे, साजिद खां, सलीम अल्लाहवाले मौजूद थे।
बता दें स्वर्गीय लता मंगेशकर का 28 सितंबर 1929 को इंदौर के सिख मोहल्ले में जन्म हुआ था। उनके प्रशंसकों ने जिस गली में लता मंगेशकर का जन्म हुआ तो उसका नाम लता मंगेशकर के नाम पर करने की मांग कर रहे है। लंता मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।