फ्रांस के लड़ाकू विमान राफेल के समुद्री संस्करण (राफेल-एम) का गोवा में सफल परीक्षण हुआ। फ्रांस के राजदूत एमैनुअल लेनान के मुताबिक मौजूदा परीक्षण में राफेल-एम की उड़ान भरने की क्षमता को जांचा गया और यह विमान इसमें पूरी तरह खरा उतरा।
नौसेना अरब सागर व बंगाल की खाड़ी में आईएनएस विक्रांत पर राफेल-एम को अगस्त तक कमीशन करने की तैयारी में है। परीक्षण के दौरान आईएनएस जैसे माहौल में ही राफेल को उड़ाया गया। राफेल-एम को अमेरिकी लड़ाकू विमान सुपर हॉर्नेट के मुकाबले में देखा जा रहा है। नौसेना इन दोनों में से किसी एक की खरीद पर विचार कर रही है।
फ्रांस के राजदूत ने बताया कि पिछले महीने 12 दिन तक गोवा के आईएनएस हंसा पर राफेल-एम का परीक्षण हुआ। इसमें छोटे रनअप के साथ विमान को उड़ान भरनी थी और राफेल एम इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। नौसेना ऐसे लड़ाकू विमान की तलाश में है जो परमाणु हथियारों को लेकर उड़ान भरे और हवा से हवा में व हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों को ले जाने में सक्षम हो। नौसेना शुरुआत में ऐसे 26 लड़ाकू जेट खरीदेगी।