मध्य प्रदेश में कोरोना के नए संक्रमितों के आंकड़े कम हो रहे हैं। ऐसे में कोरोना के पीक को लेकर चर्चा तेज हो रही है। इस बीच कोरोना के पीक को लेकर सरकार भी कंफ्यूज लग रही है। शुक्रवार को कोरोना को लेकर सरकार के दो मंत्रियों ने विरोधाभाषी बयान दिए। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि पीक में 11 से 12 हजार केस आ रहे थे। कोरोना अब थमता जा रहा है। वहीं, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि यह आंकड़ों का खेल नहीं है। पीक को लेकर अनुमान की बात नहीं कर सकते।
प्रदेशभर में शुक्रवार को 24 घंटे में 7763 नए केस आए हैं। इसकी जानकारी देते हुए गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मैं प्रदेश को बताना चाहता हूं कि कोरोना के 7763 नए केस आए हैं। जो कि बीच में पीक में 11 से 12 हजार पहुंच गए थे और अब घट रहे हैं। जैसे एक्टिव केसों की संख्या 90 हजार के आसपास पहुंच गई थी, जो अब घटकर 67 हजार के पास आ गई है। कोरोना अब थमता जा रहा है।
इसके उलट कोरोना के पीक को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह आंकड़ों का खेल नहीं है। मुझे लगता है कि हम इस बहस में पड़ें कि कब पीक आएगा। कब पीक आया। नहीं आया। पीक आएगा नहीं आएगा। इसकी अनुमान से बात नहीं की जा सकती। मेरा मानना है कि केस ज्यादा हो या कम हो कोरोना अभी है। कोरोना है तो निश्चित रूप से हमें अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।
बता दें पीक को लेकर एक्सपर्ट का कहना है कि जब नए मरीज कम मिलें और रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा हो तो उसे पीक कहते हैं। इसमें पॉजिटिविटी रेट कम होने या स्थिर होता है। प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट घटकर 10 प्रतिशत पर आ गया है। केन्द्र सरकार की 21 से 26 जनवरी की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 22 जिलों में पॉजिटिविटी दर 10 राज्यों से ज्यादा है। उज्जैन में सबसे ज्यादा 32.66 प्रतिशत और दूसरे नंबर पर भोपाल में 28.92 प्रतिशत है। वहीं पांचवे नंबर पर इंदौर में 26.49 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर है।
तारीख जांच नए केस रिकवर मरीज
28 जनवरी 71313 7763
11016
27 जनवरी 79813 9532
10547
26 जनवरी 81016 9966
8604
25 जनवरी 72382 9451
8467
24 जनवरी 80967 10585
7822