महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने शनिवार को अधिकारियों को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में कथित कदाचार के मामले में उनके पदों का लाभ उठाने के खिलाफ चेतावनी दी और उन्हें शैक्षणिक संस्थानों के उचित कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए कहा।
पवार पुणे में महाराष्ट्र राज्य संकाय विकास अकादमी (एमएसएफडीए) के उद्घाटन के मौके पर एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उप-मुख्यमंत्री ने टीईटी में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद (एमएसईसी) के आयुक्त तुकाराम सुपे की हालिया गिरफ्तारी का जिक्र किया और अधिकारियों को अपने पद का फायदा नहीं उठाने की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संस्थानों और संगठनों के लिए बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने में मदद करेगी, लेकिन यह अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे इसमें सुधार करें और इसके सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करें। पवार ने कहा कि ऐसे उदाहरण हैं जहां जिन लोगों को जिम्मेदारी दी गई है, उन्होंने इसका फायदा उठाया है।
मैंने राज्य विधानसभा में यह भी जिक्र किया था कि अनियमितताओं में शामिल लोगों पर कार्रवाई होगी। किसी को भी छात्रों/उम्मीदवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है।
राज्य के शिक्षा मंत्री उदय सामंत से संस्थान का दौरा करने और इसे नियमित अंतराल पर अपग्रेड करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि एमएसएफडीए राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करेगा। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने जांच की भावना के महत्व पर जोर दिया और कहा कि सवाल पूछना देश में एक अपराध बन गया है।