प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोमवार को द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे। इससे पहले आज रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव नई दिल्ली में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ 2+2 संवाद में हिस्सा लेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी साझा दी है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, “रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव 5-6 दिसंबर को भारत की यात्रा पर रहेंगे। अपनी यात्रा के दौरान, वह विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलेंगे और भारत और रूस के बीच 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में शामिल होंगे” पुतिन सोमवार को दिल्ली पहुंचेंगे जबकि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और रक्षा मंत्री सर्गेई शोयगू रविवार रात को पहुंच रहे हैं।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2019 के बाद प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच यह पहली आमने-सामने बैठक होगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा, तकनीक, व्यापार और निवेश समेत कई अहम क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने को लेकर समझौते होंगे। इसके साथ ही इस शिखर सम्मेलन के दौरान भारत-रूस संयुक्त उद्यम के तहत उत्तर प्रदेश के अमेठी के कोरवा में पांच लाख से अधिक राइफलों का निर्माण करने का लक्ष्य रखा गया है।
दोनों पक्ष क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं और अफगानिस्तान के तालिबान के अधिग्रहण के नतीजों पर भी बातचीत करेंगे। तालिबान भारत और रूस दोनों के लिए एक सामान्य चिंता है।
भारत और रूस के सैन्य संबंधों को बढ़ावा देने के लिए दोनों देश 7.5 लाख AK-203 असाल्ट राइफलों की आपूर्ति पर समझौता करने वाले हैं। शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले केंद्र ने भारत के रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त उद्यम इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड के तहत उत्तर प्रदेश में एक कारखाने में एके -203 राइफल्स के निर्माण को मंजूरी दी।
द्विपक्षीय फोकस एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणालियों और अन्य रक्षा समझौतों की डिलीवरी पर भी होने की उम्मीद है। भारत ने लंबी अवधि की सुरक्षा जरूरतों के लिए अक्टूबर 2019 में 19वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान पांच S-400 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों की खरीद के लिए रूस के साथ 5.43 अगब अमरीकी डालर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे।
भारत और रूस के बीच कनेक्टिविटी, शिपिंग, अंतरिक्ष, सैन्य-तकनीकी सहयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति जैसे मुद्दों सहित 10 से अधिक द्विपक्षीय समझौतों पर सहमति बनने की संभावना है।
पुतिन और पीएम मोदी के बीच बैठक के दौरान कोरोना महामारी से लड़ने और सहयोग पर भी चर्चा की जाएगी।