हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की एक और विधानसभा की तीन सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में चुनाव प्रचार बुधवार शाम छह बजे बंद हो जाएगा। इसके साथ ही अंतिम दिन के लिए सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है।
भाजपा के स्टार प्रचारक व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर जुब्बल कोटखाई क्षेत्र में गरजेंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर करसोग में प्रचार करेंगे। वहीं, कांग्रेस की ओर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला अर्की में प्रचार करेंगे। बुधवार शाम छह बजे के बाद मतदान के दिन से पहले तक प्रत्याशी चार समर्थकों के साथ बिना किसी शोर-शराबे के डोर टू डोर संपर्क कर सकेंगे। वहीं, इस अवधि के दौरान प्रिंट मीडिया में किसी तरह के प्रचार के लिए प्रत्याशियों को जिला स्तर पर बनी निगरानी कमेटी से प्री सर्टिफिकेशन कराना होगा।
बुधवार से पोलिंग पार्टियां भी रवाना होना शुरू हो जाएंगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी पालरासु ने बताया कि प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों को पहले ही आदर्श आचार संहिता के अनुरूप व्यवहार करने के लिए कहा जा चुका है। सीईओ ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों की अनुपालना में 30 अक्तूबर को निर्धारित मतदान दिवस पर एक निश्चित अवधि में किसी भी प्रकार के ओपिनियन पोल या अन्य किसी भी प्रकार के मत सर्वेक्षण के प्रकाशन अथवा प्रसारण पर शनिवार सुबह तक रोक रहेगी।
उधर, प्रदेश में उपचुनाव के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारक पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी प्रचार में नहीं आए। वह प्रचार के लिए समय ही नहीं दे पाए हैं। छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला के प्रचार कार्यक्रम में भी कटौती की गई है। उपचुनाव में प्रचार के लिए कांग्रेस के पास सिर्फ बुधवार का दिन बचा है। इसके बाद मतदान तक घर-घर जाकर प्रचार होगा।सूत्रों के अनुसार प्रदेेश कांग्रेस के दोनों स्टार प्रचारक अब मंडी और जुब्बल कोटखाई के खड़ापत्थर नहीं आएंगे। भूपेश बघेल और राजीव शुक्ला अब 27 अक्तूबर की दोपहर बाद 12 बजे अर्की विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करेंगे।
ये दोनों नेता पहले दिल्ली से चंडीगढ़ तक हवाई मार्ग से पहुंचेंगे और इसके बाद सड़क मार्ग से अर्की तक यात्रा करेंगे। अर्की में प्रचार करने के बाद ये दोनों नेता लौट जाएंगे। उल्लेखनीय है कि इससे पहले शुक्ला मंडी संसदीय क्षेत्र सहित फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार कर चुके हैं।
उनके साथ दूसरे स्टार प्रचारक कन्हैया कुमार भी प्रचार में जुटे थे। इस बीच उनके पूर्व में दिए बयानों को लेकर भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर कन्हैया कुमार और कांग्रेस पर हमला बोलना शुरू कर दिया था। इसके बाद से कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को बुलाने से तौबा कर ली थी।