दिल्ली के पर्यावरण मंत्री कैलाश गहलोत ने मंगलवार को सरायकाले खां और लोनी में इलेक्ट्रिक ऑटो मेले का उद्घाटन किया। सात दिनों तक चलने वाले इस मेले में ऑटो चालक जान सकेंगे की इलेक्ट्रिक रिक्शा क्या है और यह कैसे काम करता है, साथ ही इलेक्ट्रिक रिक्शा को खरीदने के लिए आसान फाइनेंसिंग विकल्प का भी लाभ उठा सकेंगे।
25 अक्टूबर से शुरू हुआ ई-ऑटो मेला 31 अक्टूबर तक रोजाना सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा। ई-ऑटो के लिए मेले में आने वाले संभावित ग्राहक महिंद्रा, पियाजियो, ईटीओ जैसे निर्माताओं से थ्री-व्हीलर मॉडल खरीदने से पहले उनका टेस्ट ड्राइव भी ले सकते हैं। वे मेले में महिंद्रा फाइनेंस, बजाज फिनकॉर्प और कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) से वित्तीय विकल्पों का पता लगाने में सक्षम होंगे।
मेले में इलेक्ट्रिक ऑटो के फायदे बताने के लिए विशेषज्ञों को नियुक्त किय गया है जो न केवल ई-ऑटो के लिए पंजीकरण करने में मदद करेंगे बल्कि उन्हें चलाने के फायदे और पर्यावरणीय लाभ भी बताएंगे। वे बैटरी और चार्जिंग, रखरखाव, सब्सिडी, ब्याज राहत आदि के बारे में भी जानकारी देंगे।
दिल्ली सरकार ने पिछले हफ्ते महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण के साथ ई-ऑटो परमिट का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किया है। गहलोत ने कहा, “महिलाओं के लिए 1,400 से अधिक ई-ऑटो परमिट आरक्षित किये गए हैं। यह सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की उपस्थिति और समग्र महिला सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में किसी भी शहर द्वारा उठाए गए सबसे बड़े कदमों में से एक है।”
बता दें कि दिल्ली सरकार अपनी ग्रीन दिल्ली अभियान के तहत 4,261 ई-ऑटो का परमिट जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर चुकि है। इसमें 33 फीसदी ई-ऑटो परमिट महिलाओं के लिए आरक्षित किये गए हैं। दिल्ली सरकार महिलाओं को 1,406 परमिट जारी करेगी। इलेक्ट्रिक ऑटो, इलेक्ट्रिक बसों की तरह नीले रंग के होंगे, जिन्हें जल्द ही डीटीसी बेड़े में शामिल किया जाएगा। लेकिन महिला ऑटो चालक द्वारा पंजीकृत ई-ऑटो का रंग गुलाबी होगा।
परमिट के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 1 नवंबर 2021 है। ई-ऑटो खरीदने वाले ग्राहक दिल्ली सरकार द्वारा नामांकित वित्तीय एजेंसियों से पांच प्रतिशत की ब्याज दर में छूट के साथ ऑटो के लिए ऋण ले सकेंगे।
ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली ईवी नीति के तहत ई-ऑटो की खरीद पर 30,000 रुपये तक की सब्सिडी देने की घोषणा की है। दिल्ली में सब्सिडी के बाद एक ई-ऑटो की कीमत 2.70 लाख रुपये होगी जो कि एक सीएनजी ऑटो की कीमत के बराबर है। वहीं बैटरी स्वैपिंग तकनीक वाली ई-ऑटो सब्सिडी के बाद लगभग 1.80 लाख रुपये में उपलब्ध होगी।