पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के मंत्री लगातार भारत के खिलाफ कुछ न कुछ बयानबाजी करते रहते हैं। अब इमरान के ही एक और मंत्री अली हैदर जैदी ने ट्वीट कर अपने ही देश के डिप्लोमैट रहे हुसैन हक्कानी को भारत का एजेंट बताया है। हालांकि, इसपर हुसैन हक्कानी ने भी सिर्फ एक तस्वीर ट्वीट करते हुए करारा जवाब दे दिया। यह तस्वीर थी 16 दिसंबर 1971 की, जब पाकिस्तान के जनरल नियाजी ने करीब 93 हजार सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने हथियार डाल दिए थे और आत्मसमर्पण के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
दरअसल, जैदी ने एक तस्वीर ट्वीट की जिसमें उनके पूर्व डिप्लोमैट हुसैन हक्कानी भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ बैठे हैं। इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए जैदी ने कहा कि भारत पाक विरोधी अभियान चला रहा है और हक्कानी उसका हिस्सा हैं। उन्होंने देश की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी पर भी सवाल उठा दिए क्योंकि उसी के कार्यकाल में हक्कानी अमेरिका और श्रीलंका में पाकिस्तान के राजदूत रहे हैं।
हक्कानी ने तस्वीर के साथ लिखा, ‘मुझे यकीन है कि इस तरह भारतीय जनरल के साथ बैठने से अच्छा एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में किसी भारतीय जनरल के साथ बैठना एक पाकिस्तानी के लिए अच्छा है।’ बता दें कि हक्कानी साल 2008 से 2011 तक अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत थे। उनपर पाकिस्तान में देशद्रोह और धोखाधड़ी का मामला दर्ज है और वह फिलहाल अमेरिका में रह रहे हैं।