जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा के निर्देशानुसार जनपद में संचारी रोग नियंत्रण हेतु ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है इस क्रम में जनपद में बुखार से ग्रसित गाँव, वार्ड तथा मुहल्लों में लगातार छिड़काव का कार्य किया जा रहा है तथा पाये गये मरीजों के इलाज के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्थित चिकित्सालयों को एलर्ट कर दिया गया है, जिसमें डेंगू के मरीजों को अलग वार्ड में रखकर इलाज करने हेतु कड़े निर्देश दिये गये है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीबी सिंह ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हॉटस्पॉट क्षेत्रों में 41 टीमों के द्वारा एंटीलार्वा एवं पाइरेथ्रम का छिड़काव किया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में डेंगू के मरीज पाये गये हैं उन क्षेत्रों में पाइरेथ्रम का छिड़काव किया गया। इसी के साथ ही 5712 कंटेनर, श्रोत विनष्टीकरण का कार्य किया गया। टीमों के द्वारा घर-घर भ्रमण के दौरान 88 घरों में बेगुनाह का लार्वा पाया गया। इन घरों में निरोधात्मक कार्यवाई सम्पन्न की गई। इसके साथ ही नगर निगम की ओर से शहरी क्षेत्र में 104 इलाकों में फागिंग, एंटी लार्वा छिड़काव और ठोस कचरा प्रबंधन का कार्य किया गया। इसके साथ ही महानगर क्षेत्र में सम्मिलित 84 नये शहरी इलाकों में एंटीलार्वा का छिड़काव किया गया है। इसके अलावा पंचायतीराज विभाग की ओर से 694 ग्राम पंचायत, 1247 राजस्व ग्रामों में सफाई और ब्लीचिंग छिड़काव किया जा रहा है। ब्लॉक स्तर पर फागिंग के लिए 120 फागिंग मशीनें उपलब्ध हैं। जिससे फागिंग का कार्य कराया जा रहा है।
जनपद में 28420 लोंगो की मलेरिया जांच की गई जिसमें से 104 लोग पॉज़िटिव पाये गये। डेंगू के लिए अब तक 18765 टेस्ट कराये गए हैं। इसमें से सैनटिनल लैब में 476 टेस्ट किए गये, जिनमें 151 पॉज़िटिव पाये गये। इसमें से 108 वाराणसी जनपद के मरीज हैं, तथा शेष मरीज जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, भदोही एवं बिहार के हैं। इसी क्रम में एनएस-1 रैपिड टेस्ट किट से 18289 जाच किए गये , जिनमें से 1413 संदिग्ध मरीज पाये गये। इसके अलावा जनपद में 20300 टेस्ट किए गये, जिसमें से 1480 टाइफाइड के मरीज पाये गये।
जिले में इस वर्ष अभी तक डेंगू के 44 हॉट स्पॉट चिन्हित किए गये हैं, जो अधिकतर शहरी क्षेत्र में हैं।जनपद में ग्राम पंचायतों की संख्या 694 है जिनमें से 61 ग्राम पंचायते बुखार से प्रभावित हैं ।