हरियाणा के करनाल में पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज किया है। बताया जा रहा है कि इस लाठीचार्ज में करीब 10 लोग घायल हुए हैं। पुलिस का कहना है कि किसानों ने इस प्रदर्शन के दौरान हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया था। इस हाईवे से होकर वो करनाल की तरफ बढ़ रहे थे। दरअसल राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ और अन्य पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की करनाल में एक बैठक चल रही थी। किसान इस बैठक का विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे।
किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किया।भिवानी में किसानों ने घटना के विरोध में कितलाना टोल पर जाम लगा दिया। वहीं जींद जिले में किसानों ने कई सड़कों पर यातायात बाधित कर दिया।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिलाध्यक्ष राकेश आर्य के नेतृत्व में किसानों ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आर्य ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसानों को डरा-धमकाकर अपने हकों से वंचित रखना चाहती है, लेकिन किसान अब अपने संघर्ष से पीछे नहीं हटेगा तथा जब तक किसानों को अपने हक नहीं मिलेंगे, तब तक उनकी घर वापसी नहीं होगी।
उन्होंने आरोप लगाया, केंद्र सरकार किसानों को बर्बाद कर उद्योगपतियों के हाथों में देश की कृषि व्यवस्था सौंपना चाहती है, जिसे किसान किसी भी सूरत में पूरा नहीं होने देंगे।
करनाल की घटना के विरोध में जींद के किसानों और विभिन्न संगठनों ने भी शनिवार दोपहर जिले में करीब 21 स्थानों पर राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गों को जाम कर दिया, जिसकी वजह से जींद-रोहतक, जींद-पटियाला, जींद-कैथल, जींद-करनाल, जींद-सफीदों, असंध-पानीपत, जींद-हिसार, हिसार-चंडीगढ, जींद-बरवाला, नरवाना-टोहाना मार्ग बाधित हो गया।
सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि जब तक गिरफ्तार किए गए किसानों को छोड़ा नहीं जाता, तब तक जाम नहीं खोले जाएंगे। रास्ते जाम होने की वजह से यातायात प्रभावित हुआ है