दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के कारण बंद गोभी की खरीदारी करने वाले व्यापारियों के न आने से दाम काफी गिर गए। एक माह पूर्व तीन हजार रुपये में 50 किलो बिकने वाली बंद गोभी का रेट 150 रुपये में 50 किलो हो गया है। हाल यह है कि हापुड़ और शामली में नौ किसानों ने खेत में ही गोभी की फसल जुतवा दी है। हालांकि प्रदेश के अन्य जिलों में इस प्रकार फसल जोतने का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है। इसके इतर मुरादाबाद मंडल के जिलों में तो उल्टा बंद गोभी के दामों उछाल देखने को मिला है। उधर, गोरखपुर में भी सब्जियों के लिए बाजार तक पहुंचने की कोई दिक्कत नहीं है, दाम भी सामान्य हैं।
हापुड़ के पांच किसान करीब 26 बीघे बंद गोभी की फसल नष्ट करवा चुके हैं। इनमें काठीखेड़ा के किसान गुलाब सिंह ने चार बीघे, शैलेश गुर्जर ने छह बीघा, मंगल गुर्जर ने साढ़े सात बीघे, चेतन प्रकाश ने पांच बीघे बंद गोभी की फसल जुतवा दी है। इनके अलावा, सलाई गांव निवासी सराफत ने तीन बीघे फसल पर ट्रैक्टर चलवा दिया है।
शामली जनपद के कैराना क्षेत्र के चार किसान अबतक अपनी 40 बीघा फूल गोभी की फसल को ट्रैक्टर चलवाकर नष्ट कर चुके हैं। 16 दिसबंर को कैराना के मोहल्ला खैल कलां निवासी ताजीम अली ने आठ बीघा, किसान शमीम ने भी आठ बीघा और किसान बल्लू ने 14 बीघा गोभी की फसल को नष्ट करा दिया। इसके तीन दिन बाद 19 दिसम्बर को कैराना के ही किसान इरशाद ने 10 बीघा गोभी पर ट्रैक्टर चलवा दिया।
हापुड़ जिले के मंडी निरीक्षक प्रभाष चंद ने बताया कि सोमवार को हापुड़ मंडी में गोभी एक रुपये किलो बिकी है जबकि एक माह पहले दस रुपये किलो थी। डिमांड कम होने और दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन के चलते रेट पर प्रभाव पड़ा है।
गोभी के रेट गिरने से किसान चिंतित
मेरठ, बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर, बागपत, मुजफ्फरनगर में दिल्ली में सप्लाई प्रभावित और एक साथ फसल तैयार होने से गोभी के रेट गिर गए हैं, जिससे किसान चिंतित हैं। हालांकि, इन जिलों में अभी तक किसी किसान के फसल जोतने का समाचार नहीं है।
मुरादाबाद में बढ़ गए गोभी के रेट
मुरादाबाद मंडल के चार जिलों मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा और संभल में सब्जियों की बंपर पैदावार हुई है। पिछले महीनों की तुलना में कीमतों में भारी कमी आई है। हालांकि मुरादाबाद में बंद गोभी और गोभी की कीमतें पिछले सप्ताह की तुलना में बढ़ी हैं। पिछले हफ्ते गोभी का रेट 400 से 500 रुपये कुंतल था, जो अब बढ़ कर 600 से 800 रुपए कुंतल हो गया है। उधर, कानपुर क्षेत्र के जिलों में सब्जी सस्ती तो हुई है पर फेंकने या जोतने की नौबत नहीं आई है। उन्नाव में गोभी, बंधा के दाम गिर गए हैं। बरेली और आसपास के जिलों से सब्जियों के दाम में मामूली गिरावट आई है।