दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों ने भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर 2500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए इस कथित घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की। ‘आप’ ने कहा कि MCD भाजपा के भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है। इस दौरान ‘आप’ विधायक सौरभ भारद्वाज ने 2500 करोड़ के घोटाले की CBI जांच की मांग वाला संकल्प पत्र प्रस्ताव आज दिल्ली विधानसभा में सदन के सामने प्रस्तुत किया, जिसे सदन ने पास कर दिया।
‘आप’ विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि BJP के भ्रष्टाचारों के लिए बदनाम MCD ने जनता के 2500 करोड़ का घोटाला किया है। भाजपा वालों की जगह MCD में नहीं जेल में है। भारद्वाज ने कहा कि नगर निगमों में नए-नए तरह के भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं और भाजपा के सभी पार्षद भ्रष्टाचार में आंकठ डूबे हुए हैं। सत्र शुरू होते ही AAP विधायकों ने सदन के वेल में आकर नारेबाजी की। इस दौरान कई ‘आप’ विधायक भाजपा पर घोटाले के आरोप वाले पोस्टर हाथों में लेकर नारेबाजी करते रहे।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि MCD में 2500 करोड़ रुपये का जो घोटाला हुआ है, उसके बारे में लोग जानना चाहते हैं। हमारे विधायक साथियों ने इस बात की मांग रखी है कि इस घोटाले की CBI से जांच कराई जाए।
बता दें कि 2022 में होने वाले नगर निकाय चुनावों से पहले भाजपा शासित दिल्ली के नगर निगमों में कोष की कथित धोखाधड़ी को लेकर सत्तारूढ़ ‘आप’ के नेताओं ने हमले तेज कर दिए हैं। हालांकि, भाजपा ने घोटाले के आरोपों से इनकार किया है और कहा कि किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
– केजरीवाल ने कहा कि अगर यह 2500 करोड़ का घोटाला नहीं होता तो इतने पैसे में 7500 बेड्स के नए अस्पताल बन सकते थे या 12,500 मोहल्ला क्लीनिक बन सकते थे। उन्होंने कहा कि यह पैसा दिल्ली की जनता के खून-पसीने की कमाई का है, जो उन्होंने एमसीडी को टैक्स के रूप में दिया था, इसकी पाई-पाई का हिसाब लिया जाना चाहिए।
-हमारे यहां दो बार CBI रेड हुई हमने कुछ नहीं कहा, क्योंकि दाल में कुछ काला नहीं था, लेकिन जब हमने 2500 करोड़ के घोटाले की CBI जांच की मांग की तो इन्होंने चोरी करने वालों की जगह जांच की मांग करने वालों को ही पकड़ लिया। इसका मतलब पूरी की पूरी दाल ही काली है।
– अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज विधानसभा में चर्चा हुई कि किस तरह से भाजपा शासित नगर निगम में 2500 करोड़ का घोटाला हुआ। ये दिल्ली के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। हम मांग करते हैं कि इसकी सीबीआई जांच हो और जो भी दोषी हैं उनको सख्त सजा दी जाए।
– दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली नगर निगम घोटालों और भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह 2500 करोड़ रुपये का घोटाला तो सिर्फ एक नगर निगम का है, बाकी नगर निगमों का भी यही हाल है। केजरीवाल ने पूछा कि ये 2500 करोड़ रुपये किसका पैसा था? ये सफाई कर्मचारियों का पैसा था, अगर ये 2500 करोड़ का घोटाला न होता तो सफाई कर्मचारियों और डॉक्टरों को उनकी तनख्वाह समय पर मिल सकती थी।
– दिल्ली विधानसभा की कार्रवाई फिर से शुरू हुई।
– 2500 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर ‘आप’ विधायकों के सदन के अंदर BJP के खिलाफ प्रदर्शन के कारण दिल्ली विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते ही 15 मिनट के लिए स्थगित की गई।
– सदन में बीजेपी विधायकों ने 13 हजार करोड़ रुपये की तख्तियां लगाईं। वहीं आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सदन में एमसीडी में हुए 2500 करोड़ रुपये के हुए घोटाले की तख्तियां लगाईं।
– दिल्ली: दिल्ली विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आम आदमी पार्टी के विधायकों ने भाजपा पर 2,500 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लगाए।
वहीं, सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर 12 दिनों से धरने पर बैठे तीनों निगमों के महापौर, नेता सदन, स्थायी समिति अध्यक्ष सहित 24 निगम पार्षदों ने गुरुवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। भाजपा नेता दिल्ली सरकार से नगर निगम के बकाया 13 हजार करोड़ रुपये मांग रहे हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर जारी तीनों नगर निगमों के महापौरों के धरने को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस के रुख पर कड़ी नारजगी जताई है। हाईकोर्ट ने कहा कि संविधान के तहत विरोध-प्रदर्शन का अधिकार दिया गया है, लेकिन यह गलत मिसाल पेश नहीं की जानी चाहिए कि कोई भी आवासीय क्षेत्रों में विरोध-प्रदर्शन कर सकता है।