कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले दिल्ली एम्स ने डॉक्टरों के अवकाश मंजूर कर दिए हैं जिसके तहत आगामी 17 दिन तक एम्स के 50 फीसदी डॉक्टर अवकाश पर रहेंगे।
एम्स प्रबंधन ने दावा किया है कि इस फैसले की वजह से मरीजों की स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन बुधवार को कई मरीजों ने बताया कि डॉक्टरों के अवकाश पर होने के चलते उनकी डेट आगे बढ़ा दी गई है।
एम्स प्रबंधन ने दो शिफ्ट में डॉक्टरों का अवकाश मंजूर किया है। आगामी 31 जुलाई तक 50 फीसदी डॉक्टर अवकाश पर रहेंगे। बीते 12 जुलाई से पहली शिफ्ट अवकाश पर जा चुकी है। एम्स में इलाज कराने पहुंचे मरीजों ने बताया कि उन्हें अवकाश के बारे में पहले कोई जानकारी नहीं थी लेकिन अस्पताल आने के बाद स्थिति के बारे में पता चला।
अब डॉक्टर के वापस आने के बाद ही उपचार आगे बढ़ेगा। उधर, एम्स प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि यह नियमित प्रक्रिया है। हर साल एम्स के डॉक्टरों को अवकाश दिया जाता है। उसी के तहत इस बार भी अवकाश दिया है।
हालांकि कोरोना के चलते अभी दिल्ली में मामले कम हैं। इसलिए यह समय अवकाश मंजूर करने के लिए बेहतर है। उन्होंने बताया कि 12 से 31 जुलाई तक दो शिफ्ट में 50-50 फीसदी डॉक्टरों को अवकाश पर जाने की अनुमति दी गई है।
दरअसल दिल्ली एम्स में अभी 56 विभाग हैं। इनमें करीब तीन हजार से अधिक फैकल्टी डॉक्टर हैं जिन्हें अवकाश दिया है।