नए कृषि कानूनों को लागू करने से नाराज किसानों ने राजपुरा शहर में एक भाजपा पार्षद की जमकर पिटाई कर कपड़े फाड़ दिए। इतना ही नहीं भाजपा के अन्य नेताओं को भारी पुलिस सुरक्षा के साथ निकाला गया। दरअसल, रविवार को नई अनाज मंडी के पीछे भारत विकास परिषद भवन में भाजपा की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बैठक की भनक लगते ही किसान संगठन भी वहां पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पुलिस ने जैसे ही भाजपा नेताओं को बाहर निकालने की कोशिश की तो किसान नेता उग्र हो गए व धक्कामुक्की शुरू कर दी। इस दौरान दो भाजपा नेताओं को लात घूसें मारने के साथ ही पार्षद शांति सपरा के कपड़े तक फाड़ दिए। सूचना मिलते ही डीएसपी घनौर जसविंदर सिंह टीवाना पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया। वहीं, पटियाला भाजपा जिला प्रभारी भूपेश अग्रवाल का कहना है कि जन प्रतिनिधियों पर हमला दंडनीय अपराध है। आरोपियों पर जल्द कार्रवाई की जाए।
बैठकों का किया है बायकाट: भंगू
ऑल इंडिया किसान फेडरेशन के प्रधान प्रेम सिंह भंगू, हरजीत सिंह टहल पुरा, इकबाल सिंह मंडौली, धर्मपाल सिंह सील, साहिब सिंह, करनवीर सिंह भोगल ने बताया कि पंजाब में भाजपा नेताओं की बैठकों का बायकाट किया है क्योंकि दिल्ली बार्डर पर भाजपा सरकार के अड़ियल रुख की वजह से कई किसानों की मौत हो चुकी है। भाजपा नेता बैठक कर हमारे जख्मों पर नमक छिड़कने का कार्य कर रहे हैं।
भाजपा की तरफ से बैठक की जा रही थी, जिसका किसान संगठनों ने विरोध किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी भाजपा नेताओं को सही सलामत वहां से निकालकर सुरक्षित जगह पर भेज दिया। – जसविन्द्र सिंह टिवाना, डीएसपी, घनौर।
हमले की घटना के बाद प्रेसवार्ता करने पहुंचे भाजपा नेताओं को लायंस क्लब में भी घेरा
किसानों के हमले की शिकायत पुलिस को देने के बाद भाजपा नेताओं ने लायंस क्लब राजपुरा में मामले की जानकारी पत्रकारों को देने के लिए मीटिंग रखी। सूचना मिलते ही वहां पर भी किसान संगठनों के नेता पहुंच गए। इस दौरान भाजपा नेताओं और किसानों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद मौके पर भारी संख्या में दोबारा पुलिस पहुंची और भाजपा नेताओं को सुरक्षित दूसरे रास्ते से भेज दिया।
प्रदेश भाजपा महासचिव सुभाष शर्मा ने बताया कि राजपुरा में होने वाली बैठक के बारे में पहले से ही एसएसपी पटियाला को सूचित कर दिया था। इसके बाद भी पुलिस उनके कार्यकर्ताओं व नेताओं की सुरक्षा नहीं कर सकी। यह सब पंजाब सरकार की सोची समझी साजिश के तहत हो रहा है। पंजाब में भाजपा नेताओं व खास कर हिंदुओं पर हमले करवाने के बाद पुलिस में शिकायत करने पर भी पुलिस किसी भी हमलावार के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही।
पुलिस किसी के साथ पक्षपात नहीं करती वह अपनी ड्यूटी ईमानदारी से कर रही है। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। मौके पर पहुंचकर मामले को दोनों तरफ से शांत करवाया है। भाजपा नेताओं पर हुए हमले के मामले की जांच करवाई जाएगी।-केसर सिंह, एसपी।