क्लबहाउस चैट में आर्टिकल 370 पर विवादित बयान देकर बुरे फंसे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अब पुलिस से शिकायत की है। दिग्विजय ने आरोप लगाया है कि उनके बयान के कुछ हिस्से को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। करीब 15 दिन बाद उन्होंने इस मामले में शिकायत दर्ज कर पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। सोमवार को शिकायत दर्ज कराने के बाद दिग्विजय ने कहा कि उनके बयान के एक हिस्से को एडिट कर लीक किया गया है। उन्होंने पुलिस से वैसी ही कार्रवाई करने की अपील की है , जैसा यूपी में इसी तरह के एक मामले में की गई थी।
छवि खराब करने की साजिश
साइबर सेल से शिकायत में दिग्विजय ने कहा कि 12 जून को एक पोस्ट डाली गई थी कि जल्द ही क्लब हाउस लीक्स एडमिन एक पोस्ट एडिट कर प्रसारित करने वाले हैं। इसके बाद एक पोस्ट डाली गई, जिसमें लिखा गया था कि मैंने कांग्रेस के सत्ता में आने पर जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करने पर विचार करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का कोई बयान उनके द्वारा नहीं दिया गया। यह छवि खराब करने की साजिश है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि वे इस मामले में ट्विटर को नोटिस भेजा है और क्लबहाउस को भी नोटिस भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
आर्टिकल 370 हटाने पर पीएम मोदी के खिलाफ बयान देने का आरोप
गौरतलब है कि इस महीने के दूसरे सप्ताह में क्लबहाउस चैट पर एक पाकिस्तानी पत्रकार के साथ चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी के खिलाफ विवादित बयान दिया था। उन्होंने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के फैसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था। दिग्विजय ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी दोबारा सत्ता में आई तो आर्टिकल 370 को फिर से बहाल करने पर विचार किया जा सकता है।
भाजपा नेताओं ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर भाजपा नेताओं ने तीखा हमला बोला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें तालिबानी दिमाग का नेता बताया है। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय की एनआईए से जांच की मांग की है।