Co-WIN प्लेटफार्म को भारत में तो सफलता मिली ही अब इसे दूसरे देशों के लिए भी उपलब्ध कराने की बात हो रही है। विश्व के सबसे बड़े वैक्सीनेशन प्लेटफॉर्म Co-WIN की दुनिया भर में सराहना हो रही है। देश में इसी प्लेटफार्म के जरिए वैक्सीनेशन का काम तेजी से हो रहा है और अब इसे दुनिया के अन्य देशों के साथ मुफ्त साझा किया जाएगा।
Co-WIN का ओपन सोर्स वर्जन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Co-WIN का ओपन सोर्स वर्जन तैयार करने का निर्देश दिया और इसकी आवश्यकता जिन देशों को है उन्हें मुफ्त उपलब्ध कराने को कहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकरण (National Health Authority, NHA) और Co-WIN प्लेटफार्म के चीफ एक्जीक्यूटीव ऑफिसर (CEO) आर एस शर्मा (Dr RS Sharma) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
कई देशों को है Co-WIN में रुचि
कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के वर्चुअल समिट में CEO ने बताया ‘सेंट्रल एशिया , लैटिन अमेरिका और अफ्रीका से 50 देशों ने Co-WIN जैसे सिस्टम में रुचि प्रकट की। हमारे प्रधानमंत्री ने हमें इसका ओपन-सोर्स वर्जन विकसित कर उन देशों को मुफ्त उपलब्ध कराने को कहा है जिन्हें यह सुविधा चाहिए।’ 5 जुलाई को Co-WIN प्लेटफार्म के चीफ ने कहा था कि वे ग्लोबल कॉन्क्लेव आयोजित करने वाले हैं जहां दुनिया को बताएंगे कि यह किस तह काम करता है और इसे कैसे विकसित किया गया।
5 जुलाई को ग्लोबल कॉन्क्लेव
आरएस शर्मा ने आगे बताया, ‘5 जुलाई को हम ग्लोबल कॉन्क्लेव कर रहे हैं जहां दुनिया को बताएंगे कि यह सिस्टम कैसे काम करता है, इसे कैसे विकसित किया गया और यह किस तरह काम करता है। साथ ही हम इसका ओपन सोर्स वर्जन किसी भी देश के साथ शेयर करने को कैसे तैयार होंगे। कनाडा, मेक्सिको व अन्य देशों से इसकी काफी मांग की जा रही है।’ उन्होंने बताया कि आधार व यूपीआई के अनुभवों से भारत ने इस तरह के प्लेटफार्म को बनाना सीखा है।