लोक जनशक्ति पार्टी के दो गुटों में बंटने के बाद से राजनीति भी तेज हो गई है। जहां चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के खिलाफ खुलकर बयान दे रहे हैं वहीं कुछ पार्टियां उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने आज इस मामले पर बड़ा बयान दिया है।
तेजस्वी ने कहा कि एम एस गोलवलकर के विचारों के खिलाफ लड़ाई में शामिल होकर ही चिराग पासवान पिता की विरासत को आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि राजद ने बिहार में उनके योगदान को याद रखने के लिए ‘दलित मसीहा’ रामविलास पासवान की जयंती मनाने का फैसला किया है। वहीं तेजस्वी ने इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने लोजपा को विभाजित किया है उन सभी ने चुनाव में चिराग के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
पिछड़े वोट बैंक पर राजद की नजर
बता दें कि पिछले साल बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी को करीब 6 फीसदी वो मिले थे। ऐसे में तेजस्वी यादव की नजर दलित और पिछड़े वोटबैंक पर है। चिराग के पास जो 6 फीसदी पासवान वोट बैंक है उसको अपनी ओर मोड़ा जाए। ताकि अगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में उसका फायदा राजद को मिल सके।