लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण के साथ बैठक की गई. जिसमें वर्ष 2020-21 की परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी, न्यूनतम समान पाठ्यक्रम लागू किए जाने सहित अन्य विभिन्न बिंदुओं पर बातचीत हुई.
डिप्टी सीएम ने वर्ष 2020-21 की परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में निर्देश दिया कि 15 अगस्त 2021 तक परीक्षाएं कराकर अगस्त के अंतिम सप्ताह तक परीक्षा परिणाम घोषित किया जाए. परीक्षा की अवधि 01.30 घंटे (डेढ़ घंटे) से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, परीक्षा के दौरान सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कराया जाना सुनिश्चित करें.
स्नातक/स्नातकोत्तर में 15 अगस्त से शुरू हो प्रवेश प्रक्रिया
डिप्टी सीएम ने कहा कि स्नातक/स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए पारदर्शी नीति अपनाकर 15 अगस्त से प्रवेश प्रारंभ किया जाए, साथ ही प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन करने की प्रयास किया जाना चाहिए.
सितंबर से शैक्षिक सत्र 2021-22 को प्रारंभ कर लिया जाए, जिससे छात्रों को पठन-पाठन में किसी प्रकार की असुविधा ना हो. कुलाधिपति द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित हो.
मृतक आश्रितों को मिले नियुक्ति
उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने निर्देश दिया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत राज्य विश्वविद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2021-22 से न्यूनतम समान पाठ्यक्रम लागू किए जाने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाए. उन्होंने निर्देश दिया कि अभियान चलाकर राज्य विश्वविद्यालयों में 01 अप्रैल 2020 से कोविड एवं नान कोविड मृत्यु के प्रकरणों में समस्त देयकों का भुगतान तथा मृतक आश्रितों को नियमानुसार नियुक्ति दी जाए.
योग्य शिक्षकों को नियमानुसार जल्द मिले प्रमोशन
उन्होंने महाविद्यालयों के ऑनलाइन संबद्धता से संबंधित लंबित प्रकरणों की स्थिति की जानकारी ली. साथ ही महाविद्यालयों के ऑनलाइन संबद्धता से संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र जुलाई माह में जारी कर दिए जाने का निर्देश दिया. निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए तथा थर्ड पार्टी जांच कराकर शासन को रिपोर्ट भेजें. सभी विश्वविद्यालय पदोन्नति के प्रकरण पर अभियान चलाकर पदोन्नति के योग्य शिक्षकों को नियमानुसार शीघ्र पदोन्नति दिया जाए.