आगरा। कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने के बाद मोहब्बत की निशानी ताजमहल बुधवार को अनलॉक कर दिया गया है। सौंदर्य और प्रकृति प्रेमी ताजमहल की अनूठी छटा को निहारने के लिए सुबह से ही ताजनगरी पहुंचने लगे। ताज की खूबसूरती देखकर पर्यटक बेहर खुश नजर आ रहे हैं और इस प्रेम की इमारत की यादों को संजोकर रखने के लिए परिवार के साथ ताज परिसर में जमकर फोटोग्राफी भी कर रहे हैं। वहीं सेल्फी प्रेमी अपने मोबाइल में ताजमहल के साथ खूबसूरत यादों को कैद कर रहे हैं।
ताजमहल में इस बार किसी भी सैलानी को इमारत को छूने की अनुमति नहीं है। इन दिनों पुरातत्व विभाग की तरफ से ताजमहल में साफ-सफाई संग मरम्मत का कार्य भी चल रहा है। ताजनगरी में आज बुधवार को सैलानियों के लिए मोहब्बत की निशानी ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी समेत अन्य पुरातत्व स्मारक ‘अनलॉक’ कर दिए गए हैं। आगरा प्रशासन और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की गाइडलांइस के मुताबिक ही स्मारकों में पर्यटकों को एंट्री मिल रही है।

इन स्मारकों को घूमने और निहारने के लिए ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था की गई है। जो सैलानी किसी भी स्मारक में आएगा, उसे पहले थर्मल स्क्रीनिंग करानी होगी और स्मारक प्रबंधन के द्वारा हाथ सैनिटाइज करके पर घूमने की एंट्री होगी। वहीं जारी एडवाइजरी के मुताबिक कोई भी पर्यटक स्मारक टच नहीं कर सकेगा। अनलॉक की प्रक्रिया से पहले बीते मंगलवार को पूरा ताजमहल सैनिटाइज किया गया है जिसके बाद आज सुबह उसे पर्यटकों के लिए खोला गया।
ताजमहल में एक समय में ऑनलाइन बुकिंग के बाद अधिकतम 650 पर्यटक ही भ्रमण कर सकते हैं। इन भ्रमण करने वालों में बच्चे, गाइड और फोटोग्राफर भी शामिल हैं। हालांकि फतेहपुर सीकरी और आगरा किला स्मारक के लिए पर्यटकों की संख्या तय नहीं की गई है। आगरा में जून की गर्मी में पारा सातवें आसमान पर ही है, सूरज की तपिश पसीना छुड़ा देने वाली है, ऐसे में ताजमहल के बाहर सैलानियों के लिए धूप से बचाव का कोई प्रबंध नहीं है। ताजमहल की खूबसूरती के आगे धूप का तेज भी सैलानियों के उत्साह को कम नहीं कर पा रहा है।