डोमिनिका की जेल में बंद भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी की तस्वीरें सामने आई हैं। ये तस्वीरें वहीं की मीडिया के जरिए सामने आई हैं। इन तस्वीरों में चोकसी जेल में बंद नजर आ रहा है।
डोमिनिका की अदालत ने चोकसी को कहीं और भेजने पर रोक लगाई
डोमिनिका की अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को अगले आदेश तक कैरिबियाई द्वीपीय देश से कहीं और भेजने पर रोक लगा दी है। चोकसी को डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश’करने पर हिरासत में लिया गया था। अदालत ने चोकसी के वकीलों की ओर से दायर याचिका पर यह आदेश दिया है।
चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बताया कि कानून टीम ने डोमिनिका की अदालत में मेहुल चोकसी के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। यह भी बताया गया कि मेहुल चोकसी तक पहुंच नहीं दी जा रही है और कानूनी सहायता के संवैधानिक अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है।
बृहस्पतिवार को अग्रवाल ने चोकसी के एंटीगुआ एंड बारबुडा से लापता होने और अवैध प्रवेश के लिए डोमिनिका में पकड़े जाने की घटना पर संदेह जताया था। डोमिनिका में चोकसी के वकील वायने मार्श ने एक रेडियो शो को बताया कि काफी प्रयासों के बाद जब चोकसी से संक्षिप्त मुलाकात हुई तो उसने बताया कि उसे एंटीगुआ में जॉली बंदरगाह में एक जहाज में जबर्दस्ती बैठाया गया और डोमिनिका लाया गया। उसने कहा कि भारतीय और डोमिनिका के पुलिसकर्मियों की तरह दिखने वाले लोगों ने यह किया।
मार्श ने कहा कि उन्होंने चोकसी के शरीर पर कुछ निशान देखे। उसकी आंखें भी सूजी हुई थी और उसे जान पर खतरा महसूस हो रहा था। उन्होंने कहा कि चोकसी एंटीगुआ एंड बारबुडा का नागरिक है, भारत का नहीं, अत: उसे वापस भेजा जाना चाहिए।
अग्रवाल ने इस सारी घटना पर संदेह जताया है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि चोकसी को दूसरे देश ले जाने की रणनीति बनायी गयी ताकि उसे भारत भेजा जा सके। मुझे नहीं पता, कौन सी ताकतें काम कर रही हैं। अग्रवाल ने बताया कि एंटीगुआ से ले जाने के बाद चोकसी को कहीं पर रखा गया था और सोमवार को उसे पुलिस थाने ले जाया गया। तब से वह वहीं पर हैं और दुनिया को यह खबर बुधवार को मिली।