लखीमपुर खीरी के धौरहरा कस्बे में गोरखपुर की दो सगी बहनें पिछले 25 दिन से बंधक थी। मंगलवार की सुबह वह किसी तरह बंधनमुक्त होकर भाग निकली और पास के गांव में जाकर छुप गई। ग्रामीणों को बहनों ने आपबीती बताई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों बहनों को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया है। पुलिस उनको थाने ले गई और पूरा मामला जानने का प्रयास कर रही है।
गोरखपुर जिले के जैतपुर चौराहा निवासी सुदर्शन की बेटी रिंकी (16) और सरिता (12) करीब एक महीना पहले अपने मौसी के घर लखनऊ आई थी। लखनऊ में करीब 5 दिन रुकने के बाद वह अपने घर वापस गोरखपुर जा रही थी। रिंकी ने बताया कि लखनऊ से रास्ता भटक गई और लखीमपुर आ गई। लखीमपुर में उनको एक महिला मिली जो उनको धौरहरा ले आई। बताया जाता है कि दोनों बहनों के पास जो पैसे थे वह भी इस महिला ने ले लिए और अपने घर ले जाकर दोनों को बंधक बना लिया। रिंकी के अनुसार वह करीब 25 दिन से उस महिला के घर बंधक थी। महिला का घर धौरहरा कस्बे में है। रिंकी ने बताया कि मंगलवार की अलसुबह वह खुद को बंधनमुक्त कराकर घर से भागने में कामयाब हुई। वह पास के गांव में जाकर छुप गई। यहां एक महिला इन दोनों बहनों को मिली। इस महिला ने दोनों बहनों को अपने पड़ोसी के घर में छुपा दिया। कुछ देर बाद इसकी भनक लोगों को लगी तो जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों बहनों को बरामद कर लिया है और अपने साथ कोतवाली ले गई है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। अभी तक उन लोगों का भी कुछ पता नहीं चल पाया है जिन लोगों ने इन दोनों बहनों को बंधक बनाकर रखा था।
दो किशोरियां मिली हैं। उनके बताए पते की जानकारी की जा रही है। साथ ही उस महिला की भी तलाश की जा रही है, जिस पर ये किशोरी आरोप लगा रही हैं।