केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आगामी बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं के मुद्दे पर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीबीएसई ने कोरोना के चलते बोर्ड परीक्षाओं का 30 फीसदी सिलेबस कम किया है। बोर्ड ने मार्कशीट से फेल शब्द भी हटा लिया है। ऑनलाइन मोड से स्कूली छात्रों की पढ़ाई को बेहतर से बेहतर ढंग से करवाने की कोशिश की जा रही है। भारत की नई शिक्षा नीति की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है।
गौरतलब है कि कोरोना संकट में सीबीएसई समेत अन्य बोर्ड परीक्षाएं कब होंगी, कैसे होंगी, जेईई मेन और नीट जैसी प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं का शेड्यूल क्या होगा, इन सब सवालों को लेकर विद्यार्थियों के बीच काफी कंफ्यूजन की स्थिति है। अभी तक सीबीएसई परीक्षा 2021 की डेटशीट भी नहीं जारी की गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री आज विद्यार्थियों के प्रश्नों का जवाब देकर उनकी सभी उलझनों को दूर कर रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि निशंक आज वेबिनार के जरिए सीबीएसई, जेईई मेन और नीट परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर सकते हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा कही गई मुख्य बातें –
– नीट परीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन कैसे होगी? इस पर रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, ‘नीट ऑफलाइन होता रहा है और जेईई मेन ऑनलाइन होता रहा है। अगर नीट को ऑनलाइन कराने पर ज्यादा सुझाव आते हैं तो हम इस विचार करेंगे।’
– एक छात्र ने कहा, नीट परीक्षा रद्द कर जुलाई में होनी चाहिए। मंत्री ने कहा, नीट परीक्षा रद्द करने अभी कोई प्रश्न नहीं है। नीट 2020 के दौरान हमने देखा कि छात्र चाह रहे थे कि परीक्षा हो। छात्रों का एक एक पल देश के लिए महत्वपूर्ण है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा, छात्रों की परीक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित हो। लेकिन मैं इतना कह सकता है कि परीक्षा शुरू होने से काफी पहले एग्जाम डेट घोषित होगी ताकि आपको तैयारी का पूरा समय मिल सकें। समय समय पर आपके सुझाव लेते रहेंगे, समन्वय होता रहेगा। हम आपके साथ हैं।
– मनीष नाम के एक छात्र ने कहा, सिलेबस और कम करने की जरूरत नहीं है और परीक्षा तिथि आगे बढ़ाएं। इस सुझाव पर निशंक ने कहा, ‘दबाव कम करने के लिए सिलेबस किया गया है। यह परिस्थिति जन्य है। सामान्य हालात होने पर यह बढ़ेगा ही।’
– अभय नाम के छात्र ने कहा, जेईई मेन और नीट के सिलेबस को क्या सीबीएसई की तरह कम करने की जरूरत है? मंत्री ने कहा, हम इस पर विचार कर रहे हैं। बहुत से राज्य के बोर्डों ने अपना सिलेबस कम नहीं किया है। हम देख रहे हैं कि कितने प्रश्न कम किए जाएं तो सभी बोर्डों का सिलेबस उसमें कवर हो जाए। जिसका सिलेबस कम किया गया है और जिसका सिलेबस कम नहीं किया गया, सभी बच्चें जेईई मेन और नीट का पूरा पेपर अटेम्प्ट कर सकें, ऐसे जेईई मेन व नीट एग्जाम पैटर्न पर विचार कर रहे हैं।
– मैं सभी स्कूलों के प्रिंसिपलों से अनुरोध करता हूं कि सिलेबस से कौन से चैप्टर हटाए गए हैं, यह जानकारी अपने टीचर्स और बच्चों को दें। इस संबंध में कोई भ्रम की स्थिति नहीं नहीं चाहिए।
– परीक्षा तिथि एग्जाम शुरू होने से काफी पहले घोषित कर दी जाएंगी। तैयारी का पूरा मौका मिलेगा।
– बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए अगर स्कूल खुलते हैं तो बच्चों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी? इस प्रश्न पर निशंक ने कहा, ‘मास्क का इस्तेमाल करें। सोशल डिस्टेंसिंग रखें। ठीक से नियमों का पालन करें। नीट परीक्षा सावधानी से एग्जाम कराने का बड़ा उदाहरण है। स्कूल प्रबंधक सुरक्षा नियमों का पालन करें। चौकसी स्कूल जाने और वापस आने में भी रखनी होगी।’
– एक छात्र जिज्ञांश ने प्रश्न किया – हमें लैब में जाने का मौका नहीं मिल पाया। क्या हमारी 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा रद्द या स्थगित होगी? प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा, सीबीएसई बोर्ड में प्रैक्टिकल परीक्षा स्कूली स्तर पर होती हैं। अगर आगे जाकर प्रैक्टिकल परीक्षाएं नहीं हो पाने की स्थिति पैदा होती है तो हम आपके सुझाव पर विचार कर सकते हैं।
– भारत की नई शिक्षा नीति की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है।
– स्कूल खोलने का फैसला हमने राज्यों पर छोड़ा है। पिछले कुछ दिनों में 17 राज्यों में स्कूलों को खोला गया।
– 2021 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीबीएसई ने 30 फीसदी सिलेबस को कम किया।
– अच्छा लगा कि सीबीएसई ने मार्कशीट से फेल शब्द को हटा दिया है।
– हमने जेईई मेन, एडवांस्ड और नीट परीक्षा सुरक्षा के साथ कराने में सफलता हासिल की।
– नीट कोरोना काल की सबसे बड़ी परीक्षा साबित हुई।
– चुनाव आयोग ने परीक्षा का उदाहरण लेते हुए चुनावों में राज्यों में परीक्षा कराई।
सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा ऑनलाइन कराने से किया इंकार, लिखित होगी परीक्षा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के अधिकारियों ने कुछ दिनों पहले स्पष्ट किया कि 2021 में बोर्ड परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से ना होकर लिखित परीक्षाएं होंगी और परीक्षा के संचालन के लिए तारीखों पर विचार-विमर्श अभी चल रहा है। बोर्ड के अधिकारियों ने यह भी कहा कि अगर परीक्षा से पहले कक्षाओं में प्रयोगात्मक कार्यों के लिए छात्र उपस्थित नहीं हो पाए तो विकल्प तलाशे जाएंगे। सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के आयोजन की तारीखों के संबंध में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है और संबंधित पक्षों के साथ विचार-विमर्श चल रहा है। परीक्षाएं जब भी होंगी लिखित रूप से होंगी। परीक्षा सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी।