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Monday, December 23, 2024

बिहार में बेखौफ़ अपराधी थाने में घुसकर लाठी डंडों से पीटने के बाद दो सिपाहियों को चाकू घोंपा

आम लोगों की सुरक्षा में दिन-रात मुस्तैद रहने वाली पुलिस मंगलवार को अपने थाने में ही पिट गई। हैरानी की बात यह है कि वाहन छुड़ाने थाना परिसर में घुसे युवकों ने न केवल लाठी-डंडे से उनकी पिटाई की, बल्कि पास रखे चाकूओं से ताबड़तोड़ हमला कर दो सिपाहियों को गंभीर रूप से जख्मी भी कर दिया। मारपीट की यह घटना शाम में उस वक्त घटी, जब एएसआई बांका चौधरी थाने के अपने अन्य सहयोगियों के साथ जरूरी कार्य निपटा रहे थे। गनीमत अच्छी थी कि शोरगुल के बाद जुटे थाने के अन्य जवानों ने मोर्चा संभाल लिया।  

दो पक्षों के विवाद में पुलिस हुई शिकार 
जानकारी के अनुसार मंगलवार को एनएच-84 स्थित कृष्णाब्रह्म चौक पर एक बाइक और टैक्सी वाले के बीच विवाद हो गया। मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया, लेकिन वे माने नहीं। अंतत: पुलिस ने दोनों के वाहनों को जब्त कर थाना चली गई। बाद में अपनी गाड़ी छुड़वाने थाना पहुंचे दोनों पक्ष तू-तू और मैं-मैं के बाद अचानक आपस में मारपीट करने लगे। जब पुलिस के जवानों ने उन्हें छुड़ाने का प्रयास किया तो अरियांव पंचायत के डुभुकी गांव निवासी टुनू कुमार, आदिल कुमार और गोलू कुमार तथा ब्रह्मपुर थाना के चंद्रपुरा गांव निवासी विकास कुमार यादव सहित अन्य ने थाना परिसर में ही सिपाहियों पर लाठी-डंडे के साथ चाकूओं से ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिए, जिसमें दो सिपाही गंभीर रूप से जख्मी हो गए। 

आरोपियों ने इतना ही नहीं, मौके पर मौजूद एएसआई की कॉलर पकड़ उनसे बदतमीजी भी की। फिलहाल, जख्मी सिपाहियों का एक निजी क्लीनिक में उपचार चल रहा है। बताया जाता है कि मारपीट करने वाले लोग लगभग बीस से तीस की संख्या में थे। लेकिन, थाने के अन्य सिपाहियों के एक्शन के बाद अधिकांश फरार हो गए। फिलहाल, उनकी पहचान करने में पुलिस जुट गई है। दोनों जख्मी सिपाहियों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। 

कानून को हाथ में लेकर मारपीट करना दंडनीय अपराध है। पुलिस इस मामले में चार को हिरासत में लेकर जेल भेजने की कार्रवाई कर रही है। जबकि, अन्य की पहचान के लिए आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। जल्द उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

newsaddaindia6
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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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