जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में राह भटकर आतंकवाद के रास्ते पर गए युवाओं से मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए कहा है कि गोली की भाषा कोई नहीं समझेगा और वे मारे जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा के रास्ते कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है। महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार से अनुच्छेद 370 को दोबारा बहाल करने की भी मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने श्रीनगर में कहा, ”कोई भी हथियार की भाषा नहीं समझेगा, यदि आप अपना नजरिया शांतिपूर्वक रखते हैं तो दुनिया आपको सुनेगी। यदि आप बंदूक की भाषा बोलेंगे तो आप मारे जाओगे, आपको कुछ हासिल नहीं होगा। मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं से अपील करती हूं कि हथियार छोड़ दें और बातचीत करें। उन्हें (सरकार) एक दिन सुनना पड़ेगा।”
महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 और राज्य का दर्जा वापस करने की मांग करते हुए कहा, ”हम अपने देश से वह वापस करने की मांग करते हैं जो हमसे छीन लिया गया है। यदि आप जम्मू-कश्मीर के लोगों को चाहते हैं तो आपको हमारा सम्मान बहाल करना होगा। कोई दूसरा रास्ता नहीं है। यह मैं अपने देश से कहता हूं। जब मैं यह कहती हूं तो बीजेपी क्यों गुस्सा हो जाती है? क्या मैं पाकिस्तान से मांगूंगी?”
महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में हथियार उठाने वालों से भी बातचीत की अपील करते हुए कहा, ”यदि पीएम असम में उग्रवादियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हैं, यदि बोडो से बातचीत होती है तो जम्मू-कश्मीर में ऐसा करने में क्या दिक्कत है। यहां जेल के अलावा कोई दूसरा विकल्प क्यों नहीं है? यह अन्याय कब तक चलेगा?’