नई दिल्ली, 12 सितंबर 2025: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियों ने पांच राज्यों में छापेमारी कर एक खतरनाक ISIS मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया, जो फिदायीन हमले की तैयारी में जुटे थे और सुसाइड जैकेट बना रहे थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह मॉड्यूल राइट विंग नेताओं की टारगेट किलिंग की साजिश रच रहा था।
पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर साजिश
सूत्रों के अनुसार, मॉड्यूल का सरगना झारखंड का 23 वर्षीय अशहर दानिश उर्फ सीईओ था, जो पाकिस्तान स्थित एक हैंडलर के निर्देशों पर काम कर रहा था। दानिश युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए जाकिर नाइक, तारिक मसूद और तारिक जमील के वीडियो भेजता था। उसका मकसद ‘गजवा-ए-हिंद’ के जरिए भारत में ‘खिलाफत’ स्थापित करना था।
हथियार, रसायन और गोला-बारूद बरामद
दिल्ली, झारखंड, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में समन्वित छापेमारी में पुलिस ने दो सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, 15 कारतूस, बम बनाने वाले रसायन और आईईडी उपकरण जब्त किए। रांची में दानिश के किराए के कमरे से विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) प्रमोद कुशवाह ने बताया कि यह मॉड्यूल आतंक का एक स्व-निर्भर तंत्र तैयार कर रहा था, जिसमें हथियार निर्माण और कट्टरपंथी प्रचार शामिल था।
गिरफ्तार आतंकियों की पहचान
गिरफ्तार आतंकियों में अशहर दानिश (23, झारखंड), आफताब नासिर कुरैशी (25, मुंबई), सूफियान अबुबकर खान (20, महाराष्ट्र), मोहम्मद हुजैफ यमन (20, तेलंगाना) और कामरान कुरैशी उर्फ समर खान (26, मध्य प्रदेश) शामिल हैं। दानिश को रांची, हुजैफ को निजामाबाद और कामरान को राजगढ़ से गिरफ्तार किया गया। हुजैफ, जो फार्मेसी का छात्र है, ने दानिश के मार्गदर्शन में हथियारों के प्रयोग की बात कबूल की।
पहली सफलता 9 सितंबर को
पुलिस को पहली कामयाबी 9 सितंबर को दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास मिली, जहां आफताब और सूफियान को हथियारों के साथ पकड़ा गया। इसके बाद 10 सितंबर को रांची, ठाणे, बेंगलुरु, निजामाबाद और राजगढ़ में छापेमारी की गई। पुलिस का कहना है कि यह मॉड्यूल गुप्त प्रशिक्षण अड्डे स्थापित करने के लिए जमीन अधिग्रहण की साजिश रच रहा था।
त्योहारी सीजन से पहले बड़ी कामयाबी
यह कार्रवाई आगामी त्योहारी सीजन से पहले की गई, जिसे आतंकवाद-रोधी अभियान में बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी है, जो इस मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं। जांच एजेंसियां सोशल मीडिया पर इनके नेटवर्क की भी पड़ताल कर रही हैं।