टोक्यो, 8 सितंबर 2025: जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के भीतर एकता बनाए रखने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इशिबा ने ऐलान किया कि वे आगामी विशेष नेतृत्व चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। उन्होंने अमेरिकी टैरिफ उपायों पर हुए समझौते को अपने इस्तीफे का प्रमुख कारण बताया।
इशिबा ने कहा, “मैंने एलडीपी महासचिव मोरियामा हिरोशी को पार्टी नियमों के तहत राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है। मुझे उम्मीद है कि पार्टी जल्द ही नए नेतृत्व के चयन की प्रक्रिया शुरू करेगी।” उनका यह कदम पार्टी के भीतर बढ़ते भ्रम और मतभेदों को कम करने की दिशा में देखा जा रहा है।
11 महीने का कार्यकाल और चुनौतियाँ
पिछले अक्टूबर में प्रधानमंत्री का पद संभालने वाले इशिबा ने मुद्रास्फीति से निपटने और पार्टी सुधारों का वादा किया था। हालांकि, उनके कार्यकाल में एलडीपी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पार्टी राजनीतिक धन उगाहने वाले घोटालों में उलझी रही, और निचले सदन के चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन (एलडीपी और कोमेइतो) ने बहुमत खो दिया। जुलाई में हुए उच्च सदन के चुनाव में भी गठबंधन को निराशा हाथ लगी।
पार्टी एकता पर जोर
इस्तीफे से पहले शनिवार को इशिबा ने पूर्व प्रधानमंत्री सुगा योशीहिदे और कृषि मंत्री कोइज़ुमी शिंजिरो से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं ने इशिबा को सलाह दी कि पार्टी की एकता सर्वोपरि है और विशेष नेतृत्व चुनाव से पहले पद छोड़ना बेहतर होगा। इसके बाद इशिबा ने यह कदम उठाया।
एलडीपी के सोमवार को विशेष नेतृत्व चुनाव की तारीख तय करने की उम्मीद है, जिसमें नया पार्टी अध्यक्ष और संभावित प्रधानमंत्री चुना जाएगा। इशिबा के इस फैसले ने जापान की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है, और सभी की निगाहें अब नए नेतृत्व पर टिकी हैं।