नई दिल्ली, 15 अगस्त 2025: केंद्रीय रेलवे और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सिख समुदाय को बदनाम करने और उन्हें परोक्ष रूप से आतंकवादी के रूप में पेश करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। यह विवाद तब शुरू हुआ, जब राहुल गांधी ने पुणे की एक अदालत में दाखिल हलफनामे में बिट्टू का नाम लेते हुए उनसे अपनी जान को खतरा बताया।
बिट्टू ने इस घटनाक्रम को “चौंकाने वाला और दुर्भाग्यपूर्ण” करार देते हुए कहा, “राहुल गांधी का हलफनामा सिख पहचान को निशाना बनाने की गहरी मानसिकता को दर्शाता है। यह संकेत देता है कि उन्हें एक पगड़ीधारी व्यक्ति से डर है, जो सिख समुदाय के लिए अपमानजनक है।”
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री शहीद सरदार बेअंत सिंह के पोते बिट्टू ने सवाल उठाया, “मैंने 15 साल तक कांग्रेस की सेवा की, सांसद रहा, और अब केंद्रीय मंत्री के रूप में राहुल गांधी के साथ संसद में बैठता हूं। मैं उनके लिए खतरा कैसे हो सकता हूं?” उन्होंने राहुल गांधी पर सिख समुदाय के प्रति “लंबे समय से चली आ रही उपेक्षा और दुर्भावना” का आरोप लगाया।
बिट्टू ने हलफनामे में अपने और एक अन्य सिख नेता मरवाहा के नाम का उल्लेख करने को “सिखों के खिलाफ सुनियोजित साजिश” करार दिया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हमेशा सिखों के साथ विश्वासघात किया है। 1984 का ऑपरेशन ब्लूस्टार इसका सबसे दुखद उदाहरण है।”
केंद्रीय मंत्री ने चेतावनी दी कि इस तरह के बयान न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि को धूमिल करते हैं, बल्कि पूरे सिख समुदाय को अपमानित करने का प्रयास हैं। उन्होंने कहा, “यह हलफनामा सिखों के खिलाफ खतरनाक मानसिकता को उजागर करता है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
इस मामले में कांग्रेस की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह विवाद आने वाले दिनों में राजनीतिक गलियारों में तीखी बहस का कारण बन सकता है।