अनंतनाग, 9 अगस्त, 2025: कश्मीर घाटी ने रेलवे के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है। पंजाब के रूपनगर से सीमेंट से लदी पहली मालगाड़ी शनिवार को अनंतनाग गुड्स शेड पर सफलतापूर्वक पहुंची। यह उपलब्धि कश्मीर को राष्ट्रीय माल ढुलाई नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में एक उल्लेखनीय महत्व है, जो क्षेत्र में लॉजिस्टिक्स और आर्थिक विकास के नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।
इस उद्घाटन मालगाड़ी में 21 बीसीएन वैगनों में सीमेंट लदा था, जो करीब 600 किलोमीटर की यात्रा 18 घंटे से भी कम समय में पूरी कर अनंतनाग पहुंची। यह मालगाड़ी घाटी में सड़कों, पुलों, आवासीय भवनों और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराएगी, जिससे क्षेत्र में विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है।
लॉजिस्टिक्स में सटीकता का प्रदर्शन
इस ऐतिहासिक यात्रा की लॉजिस्टिक व्यवस्था को बारीकी से अंजाम दिया गया। 7 अगस्त, 2025 को रात 11:14 बजे उत्तर रेलवे को इंडेंट भेजा गया। अगले दिन सुबह 9:40 बजे रेक की व्यवस्था पूरी हुई। 8 अगस्त को शाम 6:10 बजे लदान कार्य समाप्त हुआ, और मालगाड़ी शाम 6:55 बजे पंजाब के रूपनगर में गुजरात अंबुजा सीमेंट लिमिटेड (GACL) सुविधा से रवाना हुई। आधुनिक WAG-9 इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव (लोको संख्या 32177, TKD, ट्रिप 08/09) ने इस मालगाड़ी को गंतव्य तक पहुंचाया, जो भारतीय रेल की उन्नत तकनीकी क्षमता को दर्शाता है।
आर्थिक विकास का नया द्वार
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह मालगाड़ी न केवल एक लॉजिस्टिक उपलब्धि है, बल्कि कश्मीर घाटी के आर्थिक एकीकरण और समृद्धि का प्रतीक भी है। इससे न केवल निर्माण सामग्री की आपूर्ति आसान होगी, बल्कि स्थानीय व्यापार और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा मिलेगा।
कश्मीर घाटी में रेल कनेक्टिविटी के इस विस्तार को क्षेत्र के लोगों ने उत्साह के साथ स्वागत किया है। यह कदम न केवल बुनियादी ढांचे के विकास को गति देगा, बल्कि कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों के साथ और अधिक मजबूती से जोड़ेगा।