नई दिल्ली, 9 अगस्त 2025: वैश्विक व्यापार में बढ़ते तनाव और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त टैरिफ की धमकी के बीच केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने साफ कर दिया कि भारत किसी के दबाव में नहीं आएगा। एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में गोयल ने कहा, “भारत आज मजबूत और आत्मविश्वास से भरा है। हमारी अर्थव्यवस्था 6.5% की दर से बढ़ रही है, और हम तेजी से प्रगति की ओर अग्रसर हैं।”
निर्यात में भारत का दम, डी-ग्लोबलाइजेशन को नकारा
गोयल ने वैश्विक व्यापार में डी-ग्लोबलाइजेशन की बात को खारिज करते हुए कहा कि देश केवल अपने व्यापारिक मार्गों और साझेदारों का पुनर्गठन कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का निर्यात पिछले साल के 82.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार करेगा। गोयल ने कहा, “हमने व्यापारिक बाधाओं का सामना करने के लिए पहले से ही कदम उठाए हैं, और भारत इस साल और अधिक निर्यात करेगा।”
मुक्त व्यापार समझौतों में भारत की नई रणनीति
मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) पर भारत के रुख को रेखांकित करते हुए गोयल ने कहा कि भारत अब केवल टैरिफ रियायतों तक सीमित नहीं है। उन्होंने हाल ही में चार देशों के यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA) के साथ हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, “हम 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हैं, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था। हमारे पास युवा शक्ति है, जबकि कई देशों की आबादी बूढ़ी हो रही है।” EFTA देशों ने भारत में 100 अरब डॉलर के निवेश का वादा किया है, जिससे 10 लाख प्रत्यक्ष और कुल 50 लाख नौकरियां सृजित होंगी। गोयल ने बताया कि यह समझौता 1 अक्टूबर से लागू होगा।
राहुल गांधी पर तीखा प्रहार
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था को “मृत” कहे जाने पर गोयल ने तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा, “विपक्ष के नेता की नकारात्मक बयानबाजी शर्मनाक है। देश राहुल गांधी को ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए कभी माफ नहीं करेगा।” गोयल ने कांग्रेस शासन को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि देश उस दौर को कभी नहीं भूलेगा।
भारत की आर्थिक ताकत का बखान
गोयल ने वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती ताकत का जिक्र करते हुए कहा कि देश की मुद्रा, विदेशी मुद्रा भंडार, शेयर बाजार और बुनियादी ढांचा अभूतपूर्व रूप से मजबूत हैं। उन्होंने कहा, “हमारी मुद्रास्फीति उभरती अर्थव्यवस्थाओं में सबसे कम है, और पूरी दुनिया भारत को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में देखती है, जो वैश्विक विकास में 16% योगदान दे रही है।”
‘भारत हमेशा विजयी होगा’
केंद्रीय मंत्री ने भारत के 140 करोड़ युवा, कुशल और महत्वाकांक्षी नागरिकों को वैश्विक साझेदारों के लिए आकर्षण का केंद्र बताया। उन्होंने साल 2000 के बाद देश में आए बदलावों, खासकर आईटी उद्योग की बदौलत लाखों नौकरियों के सृजन और कोविड संकट को अवसर में बदलने की मिसाल दी। गोयल ने आत्मविश्वास के साथ कहा, “चुनौतीपूर्ण समय में भारत हमेशा विजयी होगा।”
ट्रंप की टैरिफ धमकियों और वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत का यह आत्मविश्वास और दृढ़ रुख वैश्विक मंच पर उसकी बढ़ती साख को और मजबूत करता है।