नई दिल्ली, 6 अगस्त 2025: तकनीकी प्रगति और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के तेजी से बढ़ते प्रभाव ने भविष्य की नौकरियों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। AI मॉडल्स ChatGPT और xAI के Grok ने अगले पांच सालों में कई नौकरियों के खत्म होने या उनमें बड़े बदलाव की भविष्यवाणी की है। दोनों AI मॉडल्स ने तकनीकी ट्रेंड्स और मार्केट डायनामिक्स के आधार पर ऐसी नौकरियों की सूची जारी की है, जो ऑटोमेशन और डिजिटल सॉल्यूशंस के कारण या तो पूरी तरह गायब हो सकती हैं या उनकी मांग में भारी कमी आ सकती है।
Grok की लिस्ट: इन नौकरियों पर मंडराया खतरा
xAI द्वारा विकसित Grok ने निम्नलिखित नौकरियों को अगले पांच सालों में जोखिम में बताया है:
- डेटा एंट्री क्लर्क: AI और ऑटोमेशन टूल्स डेटा प्रोसेसिंग को पूरी तरह स्वचालित कर देंगे।
- टेलीमार्केटर: चैटबॉट्स और AI-आधारित मार्केटिंग सिस्टम कॉल-आधारित बिक्री को अप्रासंगिक बना देंगे।
- कैशियर: सेल्फ-चेकआउट मशीनें और ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम्स कैशियर की भूमिका को खत्म कर रहे हैं।
- डाक वितरक (पारंपरिक): डिजिटल कम्युनिकेशन और ड्रोन डिलीवरी पारंपरिक मेल वितरण को समाप्त कर देंगे।
- फैक्ट्री असेंबली लाइन वर्कर: रोबोटिक्स और ऑटोमेशन मैन्युअल असेंबली को पूरी तरह बदल देंगे।
- बैंक टेलर: ऑनलाइन बैंकिंग और AI-आधारित कस्टमर सर्विस टेलर की जरूरत को कम कर देंगे।
- ट्रैवल एजेंट: AI-आधारित ट्रैवल प्लानिंग ऐप्स मैन्युअल बुकिंग की मांग को खत्म कर रहे हैं।
- प्रिंट पत्रकार: डिजिटल मीडिया और AI-जनरेटेड कंटेंट प्रिंट पत्रकारिता को लगभग समाप्त कर देंगे।
- टोल बूथ ऑपरेटर: इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम्स इस भूमिका को अप्रासंगिक बना देंगे।
- सामान्य टाइपिस्ट: वॉयस-टू-टेक्स्ट और AI टूल्स मैन्युअल टाइपिंग को खत्म कर रहे हैं।
ChatGPT की चेतावनी: ये नौकरियां भी खतरे में
OpenAI के ChatGPT ने भी कुछ ऐसी ही नौकरियों की सूची जारी की है, जो अगले पांच सालों में या तो गायब हो सकती हैं या उनकी मांग में भारी कमी आ सकती है:
- डेटा एंट्री ऑपरेटर: AI और ऑटोमेशन टूल्स डेटा प्रोसेसिंग को पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले रहे हैं।
- टेलीमार्केटर: ऑटोमेटेड कॉलिंग सिस्टम्स और चैटबॉट्स इस क्षेत्र को बदल रहे हैं।
- कैशियर: सेल्फ-चेकआउट मशीनें और डिजिटल पेमेंट्स ने इस भूमिका की जरूरत को कम कर दिया है।
- टाइपिस्ट/स्टेनोग्राफर: वॉयस-टू-टेक्स्ट तकनीक ने इस प्रोफेशन को लगभग अप्रासंगिक बना दिया है।
- फोटो लैब असिस्टेंट: डिजिटल कैमरे और मोबाइल एडिटिंग ऐप्स ने इस पेशे को लगभग खत्म कर दिया है।
- कॉल सेंटर एजेंट (कम कौशल): AI-आधारित सपोर्ट सिस्टम्स तेजी से इनकी जगह ले रहे हैं।
- परंपरागत ट्रैवल एजेंट: ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म्स ने मैन्युअल एजेंट्स की मांग को कम कर दिया है।
- लाइब्रेरी असिस्टेंट: डिजिटल बुक्स और ऑटोमेटेड कैटलॉग सिस्टम्स इस भूमिका को सीमित कर रहे हैं।
- बिलिंग क्लर्क: ऑटोमेटेड बिलिंग सॉफ्टवेयर्स ने मैन्युअल क्लर्क्स की जरूरत को घटा दिया है।
- प्रिंट मीडिया सेल्समैन: डिजिटल सब्सक्रिप्शंस ने प्रिंट अखबारों और पत्रिकाओं की बिक्री को लगभग समाप्त कर दिया है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि AI और ऑटोमेशन का बढ़ता दायरा न केवल पुरानी नौकरियों को खत्म कर रहा है, बल्कि नए अवसर भी पैदा कर रहा है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि प्रभावित कर्मचारियों को डिजिटल स्किल्स, डेटा एनालिसिस, और AI-संबंधित क्षेत्रों में अपस्किलिंग पर ध्यान देना चाहिए।
भविष्य की राह
Grok और ChatGPT की भविष्यवाणियां चेतावनी के साथ-साथ एक अवसर भी हैं। तकनीक के इस दौर में नौकरी बाजार में बदलाव अपरिहार्य है। ऐसे में समय रहते नए कौशल सीखना और तकनीक के साथ कदम मिलाना जरूरी है।