लखनऊ, 5 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश में बाढ़ की विभीषिका से प्रभावित 21 जिलों में योगी सरकार ने राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर अंजाम दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की टीमें दिन-रात प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं। अब तक 1,72,255 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जबकि 38,615 से अधिक लोगों को शिफ्ट किया गया है।
तेजी से चल रहे राहत कार्य, खाद्यान्न और भोजन का वितरण
सीएम योगी के निर्देश पर विभिन्न विभागों के अधिकारी राहत कार्यों में जुटे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में 1,20,000 से अधिक खाद्यान्न पैकेट और 1,63,000 से ज्यादा लंच पैकेट वितरित किए गए हैं। इसके अलावा, 39 से अधिक लंगरों के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को ताजा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। 20,000 से अधिक मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
21 जिले बाढ़ की चपेट में, जिलाधिकारी ले रहे पल-पल का अपडेट
वर्तमान में कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाज़ीपुर, मीरजापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा, फतेहपुर, भदोही, फर्रुखाबाद और कासगंज समेत 21 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। सभी जिलों में जिलाधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और पल-पल की जानकारी ले रहे हैं।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की सक्रियता
बचाव और राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 14 टीमें, एसडीआरएफ की 15 टीमें और पीएसी की 48 टीमें तैनात की गई हैं। ये टीमें प्रभावित क्षेत्रों में लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए और पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाई जाए। सरकार का दावा है कि बाढ़ की चुनौती से निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।