न्यूयॉर्क, 5 अगस्त 2025: विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, लेखक और प्रोफेसर जेफरी सैक्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों और व्यापार घाटे को लेकर उनकी समझ की कड़ी आलोचना की है। सैक्स ने ट्रंप के उस दावे की धज्जियाँ उड़ा दीं, जिसमें वह कहते हैं कि अमेरिका को दशकों से दुनिया के देशों ने “लूटा” है।
ट्रंप ने हाल ही में अपने बयान में कहा था, “हमें दशकों से धोखा दिया गया है। अमेरिका को शायद किसी भी देश से ज़्यादा लूटा गया है-लगभग 45 से 50 वर्षों से।” इस पर प्रो. सैक्स ने तीखा जवाब देते हुए कहा, “मान लीजिए आप क्रेडिट कार्ड लेकर बाजार जाते हैं और ढेर सारी खरीदारी कर लेते हैं, जिससे आपका बिल बहुत बड़ा हो जाता है। क्या इसका मतलब यह है कि दुकानदारों ने आपको लूट लिया? आप कहेंगे, ‘तुमने मुझे लूट लिया, मैं व्यापार घाटे में चला गया।’ यह सोच उसी स्तर की है, जिस स्तर पर अमेरिका के राष्ट्रपति व्यापार घाटे को समझते हैं।”
प्रो. सैक्स ने आगे स्पष्ट किया कि व्यापार घाटा किसी देश की व्यापार नीति का प्रतिबिंब नहीं होता, बल्कि यह उस देश के उपभोग और उत्पादन या आय के बीच संतुलन को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “यह अर्थशास्त्र का बुनियादी नियम है, जिसे अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक अर्थशास्त्र के पाठ्यक्रम में दूसरे दिन ही पढ़ाया जाता है।”
सैक्स की यह टिप्पणी न केवल ट्रंप की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाती है, बल्कि वैश्विक व्यापार और अर्थशास्त्र की समझ को लेकर भी एक गंभीर बहस छेड़ती है। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब अमेरिका अपनी व्यापार नीतियों और टैरिफ को लेकर वैश्विक मंच पर चर्चा में बना हुआ है।