लखनऊ, 4 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश से उत्पन्न बाढ़ संकट के बीच योगी सरकार राहत कार्यों में जी-जान से जुटी है। प्रदेश के 17 जिलों के 402 गांव वर्तमान में बाढ़ की चपेट में हैं, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं, जो पल-पल की स्थिति पर नजर रख रही हैं।
47,906 लोगों को राहत, 327 क्षतिग्रस्त मकानों का मुआवजा वितरित
राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि बाढ़ से 17 जिलों की 37 तहसीलें और 402 गांव प्रभावित हैं, जिनमें 84,392 लोग संकट में हैं। इनमें से 47,906 लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जा चुकी है। बाढ़ से 343 मकानों को नुकसान पहुंचा, जिनमें से 327 मकान मालिकों को मुआवजा वितरित किया गया है। इसके अलावा, 2,759 मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में 4,015 हेक्टेयर भूमि जलमग्न है, जहां 493 नावों और मोटरबोट्स के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। अब तक 6,536 खाद्यान्न पैकेट, 76,632 लंच पैकेट वितरित किए गए हैं, जबकि 29 लंगरों के माध्यम से ताजा भोजन परोसा जा रहा है।
905 बाढ़ शरणालयों में 11,248 लोगों को सुविधा
योगी सरकार बाढ़ पीड़ितों के साथ-साथ उनके मवेशियों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रख रही है। अब तक 500 कुंतल भूसा मवेशियों के लिए वितरित किया गया है। जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए 1,29,571 क्लोरीन टेबलेट और 37,089 ओआरएस पैकेट बांटे गए हैं। प्रदेश में 905 बाढ़ शरणालय सक्रिय हैं, जहां 11,248 लोग अस्थायी रूप से रह रहे हैं। इनकी सेहत की निगरानी के लिए 757 मेडिकल टीमें तैनात हैं। इसके अलावा, 1,193 बाढ़ चौकियां प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर नजर रख रही हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंत्रियों का ग्राउंड जीरो निरीक्षण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को राहत कार्यों में कोई कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं। उनके आदेश पर मंत्रिगण प्रभावित जिलों में ग्राउंड जीरो पर निरीक्षण कर रहे हैं। नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ प्रयागराज, मीरजापुर और बांदा, स्वतंत्र देव सिंह और संजय गंगवार जालौन, स्वतंत्र देव सिंह और प्रतिभा शुक्ला औरैया, रामकेश निषाद हमीरपुर, जयवीर सिंह आगरा, सुरेश खन्ना वाराणसी, संजय निषाद कानपुर देहात, धर्मवीर प्रजापति इटावा और दयाशंकर ‘दयालु’ बलिया में निरीक्षण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
प्रभावित जिले: कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाज़ीपुर, मीरजापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर।
योगी सरकार की त्वरित कार्रवाई और संवेदनशीलता से बाढ़ पीड़ितों को न केवल राहत मिल रही है, बल्कि उनके जीवन को सामान्य करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।