लखनऊ, 4 अगस्त 2025: योगी सरकार ने बाढ़ की आपदा से जूझ रहे उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में राहत कार्यों को तेज कर 1,16,403 प्रभावित लोगों को सहायता पहुंचाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देशों के बाद राहत कार्यों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें दिन-रात जुटी हैं। बाढ़ प्रभावित 694 गांवों में 14 एनडीआरएफ, 15 एसडीआरएफ और 48 पीएसी टीमें तैनात की गई हैं, जो हर चुनौती से निपटने को तैयार हैं।
राहत कार्यों में तेजी, हजारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि 40 तहसीलों में फैली बाढ़ से प्रभावित 11,386 हेक्टेयर भूमि पर राहत कार्य जोरों पर हैं। अब तक 25,586 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है, जबकि 4,682 मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बाढ़ से क्षतिग्रस्त 373 मकानों में से 356 प्रभावितों को आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।
खाद्यान्न और भोजन का वितरण
प्रभावित क्षेत्रों में 9,467 खाद्यान्न पैकेट और 1,18,769 लंच पैकेट वितरित किए गए हैं। 39 लंगरों के जरिए ताजा भोजन परोसा जा रहा है। मवेशियों के लिए 2,234 कुंटल भूसा, 1,57,168 क्लोरीन टैबलेट और 1,21,476 ओआरएस पैकेट भी बांटे गए हैं ताकि जलजनित बीमारियों को रोका जा सके।
चौकसी और चिकित्सा सुविधा
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 924 शरणालय सक्रिय हैं, जहां 18,772 लोग ठहरे हैं। 778 मेडिकल टीमें स्वास्थ्य जांच में जुटी हैं, जबकि 1,193 बाढ़ चौकियां स्थिति पर नजर रख रही हैं। 738 नावें और मोटरबोट राहत सामग्री पहुंचाने में लगी हैं, वहीं 4,867 नावें आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।
प्रभावित जिले और निगरानी
कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाजीपुर, मीरजापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर बाढ़ से प्रभावित हैं। जिलाधिकारी पल-पल की स्थिति पर नजर रख रहे हैं, जबकि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें पेट्रोलिंग कर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही हैं।
योगी सरकार की त्वरित कार्रवाई और समन्वित प्रयासों से बाढ़ पीड़ितों को न केवल राहत मिल रही है, बल्कि उनकी सुरक्षा और पुनर्वास के लिए भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।