रांची, 3 अगस्त 2025: झारखंड की राजधानी रांची में शनिवार देर रात एक दुखद और झकझोर देने वाली घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के लटमा रोड पर चोरिया टोली में स्थित नागेश्वर एन्क्लेव अपार्टमेंट में एक मां और उनके दो नाबालिग बच्चों ने फांसी लगाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी और स्थानीय लोग सदमे में हैं।
मृतकों की पहचान संयुक्ता सिंह और उनके दो बच्चों—14 वर्षीय बेटे और 12 वर्षीय बेटी—के रूप में हुई है। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि संयुक्ता सिंह अपने पति बृजेश सिंह से अलग रह रही थीं और दोनों के बीच लंबे समय से घरेलू विवाद चल रहा था। यह मामला कोर्ट में भी लंबित था। बृजेश वर्तमान में बिहार में रह रहे थे, जबकि संयुक्ता अपने बच्चों के साथ इस फ्लैट में रहती थीं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, परिवार आर्थिक तंगी और घरेलू विवादों से जूझ रहा था। आशंका है कि इन्हीं परिस्थितियों से तंग आकर संयुक्ता ने अपने बच्चों के साथ यह आत्मघाती कदम उठाया।
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर खोजा भयावह मंजर
घटना का खुलासा तब हुआ जब बृजेश सिंह शनिवार रात अपने बच्चों के लिए सामान लेकर फ्लैट पहुंचे। बार-बार घंटी बजाने के बावजूद दरवाजा नहीं खुला। अनहोनी की आशंका पर उन्होंने पड़ोसियों को सूचित किया और पुलिस को बुलाया। जगन्नाथपुर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो अंदर का दृश्य देखकर सभी अवाक रह गए। बेडरूम में संयुक्ता और उनके दोनों बच्चे फांसी के फंदे से लटके हुए थे।
पुलिस ने तत्काल घटनास्थल को सील कर फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम को बुलाया। एफएसएल ने साक्ष्य एकत्र किए और शवों को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा गया। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, जिसके पीछे घरेलू विवाद और आर्थिक संकट संभावित कारण हो सकते हैं।
इलाके में शोक की लहर
इस घटना ने पूरे इलाके में शोक और सन्नाटा फैला दिया है। पड़ोसियों और स्थानीय लोगों का कहना है कि परिवार की स्थिति को देखकर किसी को इतने बड़े कदम की आशंका नहीं थी। पुलिस अब बृजेश सिंह और उनके परिजनों से पूछताछ कर रही है ताकि आत्महत्या के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।
जगन्नाथपुर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है। इस दर्दनाक घटना ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे समाज को मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक समस्याओं पर गंभीरता से सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।