पटना, 2 अगस्त 2025: भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने बिहार में विशेष गहन संशोधन (Special Intensive Revision – SIR) प्रक्रिया के बाद सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इस प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची को अद्यतन किया गया है, जिसमें पात्र मतदाताओं को शामिल करने और अपात्र मतदाताओं को हटाने का कार्य किया गया है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, बिहार में SIR के तहत 74% से अधिक मतदाताओं ने अपने पंजीकरण फॉर्म जमा किए थे, जिसके बाद 7.9 करोड़ मतदाताओं की संख्या घटकर 7.24 करोड़ रह गई है। यह संशोधन बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची की शुद्धता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए किया गया है।
आपत्ति दर्ज करने की अवधि 2 अगस्त से 1 सितंबर तक
निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि 2 अगस्त 2025 से 1 सितंबर 2025 तक मतदाता अपनी आपत्तियाँ या दावे दर्ज करा सकते हैं। यदि किसी मतदाता का नाम गलती से हटा दिया गया है या सूची में कोई त्रुटि है, तो वे इस अवधि में सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (AEROs) के पास शिकायत दर्ज कर सकते हैं। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन आपत्तियों के निपटारे के बाद किया जाएगा।
सभी प्रखंडों और नगर निकायों में कैंप
आपत्तियों और दावों के निपटारे के लिए बिहार के सभी प्रखंडों और नगर निकायों में विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे। इन कैंपों में मतदाता अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे और मतदाता सूची में सुधार के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा कर सकेंगे। आयोग ने 38 जिला निर्वाचन अधिकारियों, 963 सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और एक लाख से अधिक बूथ लेवल ऑफिसर (BLOs) को इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए तैनात किया है।
विपक्ष का आरोप और आयोग का जवाब
विपक्ष ने SIR प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए इसे सत्तारूढ़ एनडीए के पक्ष में मतदाता सूची को प्रभावित करने का प्रयास बताया है। हालांकि, निर्वाचन आयोग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह प्रक्रिया संविधान के अनुच्छेद 326 और प्रतिनिधित्व जनता अधिनियम, 1950 की धारा 16 के तहत पूरी पारदर्शिता के साथ की गई है।
कैसे देखें मतदाता सूची?
मतदाता ECI की आधिकारिक वेबसाइट (www.eci.gov.in) या वोटर सर्विसेज पोर्टल (voters.eci.gov.in) पर जाकर अपनी जानकारी देख सकते हैं। इसके लिए नाम, पिता का नाम, जिला, विधानसभा क्षेत्र और अन्य विवरण दर्ज करने होंगे।
निर्वाचन आयोग ने सभी मतदाताओं और राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर मतदाता सूची को और अधिक सटीक बनाने में सहयोग करें। यह कदम बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।