लखनऊ, 1 अगस्त 2025: भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते सितारे रिंकू सिंह को उत्तर प्रदेश में मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) से अचानक हटा दिया गया है। चुनाव आयोग ने यह कठोर कदम रिंकू की समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद प्रिया सरोज से हाल ही में हुई सगाई के बाद उठाया है। आयोग ने सभी प्रचार सामग्री, जैसे पोस्टर, बैनर, होर्डिंग्स और डिजिटल कंटेंट से रिंकू की तस्वीरें और नाम हटाने के निर्देश जारी किए हैं। इस फैसले से क्रिकेटर के प्रशंसकों में निराशा की लहर दौड़ गई है।
चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, रिंकू सिंह को उनकी लोकप्रियता और युवाओं के बीच प्रभाव को देखते हुए मतदाता जागरूकता अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था। वह विभिन्न सरकारी विज्ञापनों, स्टेडियम होर्डिंग्स और सोशल मीडिया अभियानों में नजर आ रहे थे। हालांकि, जून 2025 में मछलीशहर की सपा सांसद प्रिया सरोज के साथ उनकी सगाई की खबरें सामने आने के बाद आयोग ने इसे राजनीतिक संबद्धता का संभावित संकेत माना। आयोग का कहना है कि किसी राजनीतिक दल से जुड़े व्यक्ति का अभियान में शामिल रहना निष्पक्षता और आदर्श आचार संहिता के खिलाफ हो सकता है, जिससे निजी हितों का टकराव पैदा हो सकता है।
आयोग की सख्ती, प्रशासन को निर्देश
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट किया कि रिंकू सिंह जैसे सम्मानित व्यक्तित्व को अभियान से जोड़ा गया था, लेकिन उनकी सगाई के बाद स्थिति बदल गई। आयोग ने एटा जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सभी प्रचार सामग्री तत्काल हटाने का आदेश दिया। जिला निर्वाचन अधिकारी और अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) लालता प्रसाद ने बताया, “निर्वाचन आयोग के स्पष्ट निर्देश प्राप्त हुए हैं। सभी उप जिलाधिकारियों और स्वीप टीम को पोस्टर, बैनर, वीडियो और वेबसाइट्स से रिंकू सिंह की सामग्री हटाने के लिए कहा गया है। इसकी निगरानी की जा रही है।”
सगाई ने बढ़ाया विवाद
रिंकू सिंह और प्रिया सरोज की सगाई 8 जून 2025 को लखनऊ के ‘द सेंट्रम’ होटल में एक भव्य समारोह में हुई थी। इस आयोजन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, डिंपल यादव, जया बच्चन, शिवपाल यादव सहित 20 से अधिक सांसद और कई क्रिकेट हस्तियां शामिल हुई थीं। सगाई के बाद दोनों को कई बार सार्वजनिक आयोजनों और क्रिकेट मैचों में एक साथ देखा गया, जिससे सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें वायरल हुईं।
फैंस में मायूसी, सोशल मीडिया पर चर्चा
रिंकू के प्रशंसकों ने आयोग के इस फैसले पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ फैंस ने इसे जरूरत से ज्यादा सतर्कता करार दिया, तो कुछ ने निष्पक्षता बनाए रखने के लिए इसे उचित ठहराया। एक प्रशंसक ने सोशल मीडिया पर लिखा, “रिंकू की लोकप्रियता का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए, लेकिन उन्हें इस तरह हटाना निराशाजनक है।” अभी तक रिंकू सिंह या प्रिया सरोज की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
आगामी योजनाएं
रिपोर्ट्स के अनुसार, रिंकू और प्रिया की शादी पहले 19 नवंबर 2025 को वाराणसी में होने वाली थी, लेकिन रिंकू की क्रिकेट प्रतिबद्धताओं के कारण इसे फरवरी 2026 तक टाल दिया गया है। इस बीच, यह फैसला आगामी चुनावों से पहले चुनाव आयोग की सख्ती और निष्पक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।