वाराणसी, 01 अगस्त 2025: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-बीएचयू के कंप्यूटर साइंस विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रविंद्र नाथ चौधरी की पत्नी हरिता चौधरी (43) ने शुक्रवार सुबह छठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना सुबह करीब 6 बजे हैदराबाद कॉलोनी स्थित आचार्य गोपाल त्रिपाठी शिक्षक आवासीय परिसर में हुई। मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई।

पुलिस के अनुसार, हरिता पिछले दो वर्षों से डिप्रेशन से जूझ रही थीं और उनका इलाज बीएचयू में चल रहा था। घटना के समय प्रोफेसर, उनके दो बच्चे (11 और 8 वर्ष) और हरिता के माता-पिता घर में सो रहे थे। सुबह टहल रहे पड़ोसियों ने घटना देखी और प्रोफेसर को सूचित किया। प्रोफेसर ने बताया कि हरिता सुबह चुपके से फ्लैट से निकलीं और बिल्डिंग की छत पर जाकर छलांग लगा दी।

पुलिस जांच और पोस्टमॉर्टम
लंका थानाध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रोफेसर ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद वह शव को आंध्र प्रदेश ले जाएंगे, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।
डिप्रेशन और पारिवारिक देखभाल
प्रोफेसर चौधरी ने बताया कि उनकी पत्नी हरिता गृहिणी थीं और डिप्रेशन के कारण अक्सर घंटों घर से बाहर रहती थीं। इस संबंध में उन्होंने कई बार प्रॉक्टोरियल बोर्ड को लिखित शिकायत भी दी थी। हरिता की देखभाल के लिए उनके माता-पिता भी साथ रहते थे।
प्रोफेसर का शैक्षणिक सफर
डॉ. रविंद्र नाथ चौधरी, आंध्र प्रदेश के मूल निवासी, ने 2009 में आईआईटी मद्रास से पीएचडी पूरी की। 2014 में उन्होंने आईआईटी-बीएचयू में बतौर सहायक प्रोफेसर जॉइन किया और वर्तमान में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियों को नियंत्रित करने और सेमांटिक वेब जैसे क्षेत्रों में शोध कर रहे हैं। उनके छह शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।
परिसर में शोक की लहर
घटना से आईआईटी-बीएचयू परिसर में शोक की लहर है। बीएचयू प्रशासन और पुलिस मामले की जांच में जुटे हैं। प्रोफेसर ने बताया कि एक दिन पहले परिवार में सब कुछ सामान्य था, लेकिन इस घटना ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया है।