नई दिल्ली, 1 अगस्त 2025: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से हुई मुलाकात ने राज्य के बुनियादी ढांचे को नई गति दी है। इस अहम बैठक में सात हजार करोड़ रुपये से अधिक की सड़क परियोजनाओं को जल्द वित्तीय मंजूरी देने का फैसला लिया गया, जिससे राज्य में विकास के नए द्वार खुलेंगे।
मुख्यमंत्री साय की सक्रियता का नतीजा है कि केंद्रीय सड़क निधि (CRF) के तहत 600 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली, जिससे सड़कों के निर्माण और उन्नयन का मार्ग प्रशस्त हुआ। रायपुर में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात के लिए चार नए पुलों का भूमि पूजन जल्द होगा। इसके अलावा, रायपुर से अन्य जिलों को जोड़ने वाली सड़कें दो लेन से चार लेन में तब्दील होंगी, जिससे आवागमन सुगम और सुरक्षित होगा।
बैठक में रायपुर-आरंग-बिलासपुर-दर्री के बीच 95 किलोमीटर लंबी छह लेन सड़क के लिए डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया गया। यह सड़क औद्योगिक, कृषि और शैक्षिक क्षेत्रों को जोड़ेगी। समृद्धि एक्सप्रेसवे को रायपुर तक विस्तारित करने का भी निर्णय लिया गया। केंद्र के ‘गति शक्ति पोर्टल’ का उपयोग कर सड़क योजनाओं की मंजूरी प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा।
कई परियोजनाओं को तत्काल मंजूरी भी मिली। राष्ट्रीय राजमार्ग 130ए, 43 और 30 में उन्नयन, रेजिंग और मजबूतीकरण के लिए 115.95 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए। बिलासपुर में 15 किलोमीटर सड़क निर्माण से शहर का ट्रैफिक सुगम होगा, जबकि कटनी-गुमला मार्ग पर 11 किलोमीटर सड़क ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ेगी। केशकाल में चार किलोमीटर सड़क को मजबूत करने से पहाड़ी क्षेत्रवासियों को राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा, “सड़कें सिर्फ परिवहन का माध्यम नहीं, बल्कि विकास और रोजगार का आधार हैं। ‘अमृतकाल छत्तीसगढ़ विजन 2047’ के तहत हमारा लक्ष्य हर गांव तक बेहतर और पर्यावरण अनुकूल सड़कें पहुंचाना है।” बैठक में प्रमुख सचिव सुबोध सिंह और लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी मौजूद थे।
यह पहल छत्तीसगढ़ को विकास के नए पथ पर ले जाने का मजबूत संकेत है।