वाराणसी, 20 जुलाई 2025: सावन के पवित्र महीने के दूसरे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में शिवभक्तों को बाबा विश्वनाथ के गौरी शंकर स्वरूप के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा। भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए मंदिर प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं, जो पहले सोमवार की तरह ही प्रभावी रहेंगे।
श्रद्धालुओं का उत्साह, शुरू हुई तैयारियां
रविवार शाम से ही दशाश्वमेध घाट पर स्नान कर जल उठाने वाले श्रद्धालु कतारबद्ध होकर धाम की ओर बढ़ने लगे हैं। गंगा में बाढ़ के कारण गंगा द्वार से प्रवेश बंद है, इसलिए एंड-टू-एंड बैरिकेडिंग के जरिए भक्त सीधे धाम तक पहुंचेंगे। रेड कारपेट पर पुष्प वर्षा से कांवड़ियों और श्रद्धालुओं का स्वागत होगा, जो उत्साह को और बढ़ाएगा।
सुरक्षा और सुविधा का पुख्ता इंतजाम
धाम में जिग-जैग बैरिकेडिंग और जर्मन हैंगर के साथ-साथ बारिश, धूप और गर्मी से बचाव के लिए शेड लगाए गए हैं। पेयजल काउंटर, गुड़, ग्लूकोज और ओआरएस घोल की व्यवस्था की गई है। खोया-पाया केंद्र में बहुभाषी कर्मी तैनात रहेंगे। मंदिर परिसर में सीसीटीवी और आठ ड्रोन से निगरानी होगी, जबकि पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में 10 क्विक रिस्पॉन्स टीमें, 20 मोटरसाइकिल दस्ते और 1,500 पुलिसकर्मी 24 घंटे मुस्तैद रहेंगे। सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी भ्रमण करेंगे।
मेडिकल सुविधाएं और लाइव दर्शन की व्यवस्था
श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए पांच स्थानों पर चिकित्सक दल और दो एंबुलेंस तैनात रहेंगी, जिनमें एक एडवांस लाइफ सपोर्ट सुविधा से लैस होगी। गर्भगृह के दर्शन का सजीव प्रसारण एलईडी टीवी और यूट्यूब के जरिए होगा। घाटों, रेलवे स्टेशन और गोदौलिया चौराहे समेत छह स्थानों पर लगी एलईडी स्क्रीन से भक्त बाबा के दर्शन कर सकेंगे।
भक्ति और व्यवस्था का अनूठा संगम
सावन के इस पावन अवसर पर काशी विश्वनाथ धाम भक्ति और व्यवस्था का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा। मंदिर प्रशासन और पुलिस की सजगता से श्रद्धालु निर्बाध रूप से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक और दर्शन कर सकेंगे। यह आयोजन न केवल काशीवासियों, बल्कि दुनियाभर के शिवभक्तों के लिए आस्था का महापर्व होगा।