मथुरा, 20 जुलाई 2025: वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में उस समय हंगामे जैसे हालात बन गए, जब उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को दर्शन करने से रोक दिया गया। यह घटना बांके बिहारी कॉरिडोर निर्माण को लेकर चल रहे स्थानीय विरोध के बीच सामने आई है, जिसने तनाव को और बढ़ा दिया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही मंत्री एके शर्मा मंदिर के गर्भगृह के समीप पहुंचे, वहां मौजूद सेवायतों ने अचानक पर्दा डाल दिया, जिससे उन्हें भगवान बांके बिहारी के दर्शन नहीं करने दिए गए। इतना ही नहीं, मंत्री को न तो प्रसाद दिया गया और न ही परंपरागत रूप से दी जाने वाली पटका पहनाई गई। मंदिर के गोस्वामी और सेवायतों ने खुले तौर पर उनका विरोध किया, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया।
स्थानीय महिलाओं का एक समूह, जो लंबे समय से बांके बिहारी कॉरिडोर परियोजना का विरोध कर रहा है, ने भी मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कॉरिडोर निर्माण से मंदिर की परंपराओं और स्थानीय लोगों की आजीविका पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। स्थिति को बिगड़ते देख प्रशासन ने तत्काल हस्तक्षेप किया और मंत्री को मंदिर के दूसरे गेट से सुरक्षित बाहर निकाला।
यह घटना तब हुई, जब बांके बिहारी कॉरिडोर परियोजना को लेकर मथुरा और वृंदावन में पहले से ही तनाव का माहौल है। स्थानीय लोग और मंदिर से जुड़े सेवायत इस परियोजना को मंदिर की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए खतरा मान रहे हैं। दूसरी ओर, सरकार का दावा है कि कॉरिडोर से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और मंदिर में भीड़ प्रबंधन आसान होगा।
जिलाधिकारी ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। हालांकि, इस घटना ने कॉरिडोर परियोजना को लेकर चल रहे विवाद को और गहरा दिया है।