लखनऊ, 20 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश करते हुए देश के छह राज्यों से 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस रैकेट का खुलासा आगरा में दो नाबालिग लड़कियों के लापता होने के बाद शुरू हुई जांच के दौरान हुआ। पुलिस का दावा है कि यह नेटवर्क कम उम्र की लड़कियों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए उकसाता था और इसके तार PFI, SDPI और पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से जुड़े हो सकते हैं।
DGP का बयान: डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया, “उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस संगठित नेटवर्क के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। गिरफ्तार किए गए 10 आरोपियों में से कुछ के पास बदले हुए नाम और फर्जी पहचान पत्र मिले हैं। इस रैकेट का संचालन गोवा, कोलकाता, मुजफ्फरनगर, देहरादून, जयपुर और दिल्ली से हो रहा था।”
आतंकी कनेक्शन की आशंका: आगरा के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि इस नेटवर्क का कार्यशैली ISIS जैसे आतंकी संगठनों से मिलती-जुलती है। एक गिरफ्तार युवती के सोशल मीडिया अकाउंट से AK-47 के साथ तस्वीरें बरामद हुई हैं, जो आतंकी प्रशिक्षण की ओर इशारा करती हैं। उन्होंने कहा, “यह रैकेट न केवल धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहा था, बल्कि इसके तार अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से भी जुड़े हो सकते हैं।”
साझा ऑपरेशन: इस कार्रवाई में उत्तर प्रदेश की ATS और STF के साथ-साथ अन्य राज्यों की पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी शामिल थीं। जांच में पता चला कि यह नेटवर्क सुनियोजित तरीके से काम करता था और फर्जी दस्तावेजों के जरिए अपनी पहचान छिपाता था।
पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है और अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी जारी है। इस खुलासे ने देश में सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।